केस एक -
खेत तक पहुंचा दो पेंच परियोजना की नहर
बंडोल सर्किल के ग्राम खामखरेली, घाटपिपरिया, सिहोरा, बलारपुर, थावरी, सालीवाड़ा, डुगरिया आदि के किसानों ने पेंच सिंचाई परियोजना का पानी अपने खेतों तक पहुंचाने की मांग की है। उनका कहना है कि विधायक ने आश्वासन दिया था, लेकिन बात नहीं बनी। कलेक्टर को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप चुके हैं। इसके लिए ग्रामीण बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली से बीते दिवस कलेक्ट्रेट भी आए थे। संयुक्त किसान मोर्चा, ओबीसी किसान मोर्चा, अखिल भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासभा ने उनको समर्थन दिया है।
खेत तक पहुंचा दो पेंच परियोजना की नहर
बंडोल सर्किल के ग्राम खामखरेली, घाटपिपरिया, सिहोरा, बलारपुर, थावरी, सालीवाड़ा, डुगरिया आदि के किसानों ने पेंच सिंचाई परियोजना का पानी अपने खेतों तक पहुंचाने की मांग की है। उनका कहना है कि विधायक ने आश्वासन दिया था, लेकिन बात नहीं बनी। कलेक्टर को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप चुके हैं। इसके लिए ग्रामीण बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली से बीते दिवस कलेक्ट्रेट भी आए थे। संयुक्त किसान मोर्चा, ओबीसी किसान मोर्चा, अखिल भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन, राष्ट्रीय किसान मजदूर महासभा ने उनको समर्थन दिया है।
केस दो -
पीने के पानी के लिए हाइवे पर उतर गई ग्राम कुहिया की महिलाएं और बच्चे
जिले के लखनादौन तहसील के ग्राम कुहिया की महिलाओं ने पानी की मांग को लेकर बीते दिवस एनएचएआई-44 जाम कर दिया। महिलाओं ने सड़क पर खाली बर्तन रखकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि अप्रैल माह की शुरुआत से ही ग्राम में पानी का संकट बना हुआ है। इसकी जानकारी ग्राम पंचायत के साथ ही जनप्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियो को दी गई, लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ तो सड़क पर उतरना पड़ा। महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में बच्चे भी थे। संबंधित अधिकारियों ने पानी देने का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक स्थाई समाधान नहीं हो पाया है।
पीने के पानी के लिए हाइवे पर उतर गई ग्राम कुहिया की महिलाएं और बच्चे
जिले के लखनादौन तहसील के ग्राम कुहिया की महिलाओं ने पानी की मांग को लेकर बीते दिवस एनएचएआई-44 जाम कर दिया। महिलाओं ने सड़क पर खाली बर्तन रखकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि अप्रैल माह की शुरुआत से ही ग्राम में पानी का संकट बना हुआ है। इसकी जानकारी ग्राम पंचायत के साथ ही जनप्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियो को दी गई, लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ तो सड़क पर उतरना पड़ा। महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में बच्चे भी थे। संबंधित अधिकारियों ने पानी देने का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक स्थाई समाधान नहीं हो पाया है।
केस तीन -
ग्राम पंचायत कार्यालय पर खाली डिब्बे के साथ पहुंची महिलाएं
जिले के छपारा विकासखंड के ग्राम सुकरी में पानी का संकट बना हुआ है। महिलाओं ने पानी के खाली डब्बे के साथ ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि करीब सप्ताहभर से यह समस्या बनी हुई है। लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। करीब एक किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत सचिव से महिलाओं ने दो टूक कहा है कि जल्द ही पानी का स्थाई समाधान नहीं हुआ तो हमलोग आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। सचिव ने आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
जिला सूखा नियंत्रण कक्ष स्थापित
आगामी ग्रीष्मकाल में संभावित पेयजल समस्याओं की सूचना प्राप्त करने, संबंधितो को सूचना प्रेषित करने, समस्त आवश्यक जानकारी संकलित करने एवं अन्य आवश्यक कार्यों हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड सिवनी अंतर्गत सूखा राहत प्रकोष्ठ-2022 का गठन कर जिला सूखा नियंत्रण कक्ष दूरभाष क्रमांक 07692-220560 स्थापित किया है। सूखा राहत प्रकोष्ठ में 'मानचित्रकारÓ एनके बंसोड प्रकोष्ठ प्रभारी (नोडल अधिकारी) मोबाइल नंबर-9179279192, अनुरेखक सुनील कहाते मोबाइल नंबर-9424966948 प्रकोष्ठ सहायक होंगे।