सिवनीPublished: Jul 11, 2018 01:04:47 pm
santosh dubey
ग्रामीणों की मांग पर शासन-प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
ब्लास्टिंग से दरक रहा तालाब
सिवनी. जोरदार धमाकों के साथ की जा रही ब्लास्टिंग का असर अब गांव के तालाब में भी दिखने लगा है। गांव के कई घरों में आई दरारों से कमजोर हुए मकान, सरकारी स्कूल भवन और आंगनबाड़ी भवन की दीवारों में दरार के चलते अभी भी किसी बड़े हादसे से उच्चाधिकारी ने आंखें मूंद रखी हैं।
विकासखण्ड कुरई के ग्राम पंचायत सारसडोल के ग्राम चारगांव में ग्रामवासियों के विरोध के बाद बंद कर दी गई क्रेशर की ब्लास्टिंग को पुन: शुरू कर दिए जाने से ग्रामवासी स्वयं के ऊपर हो रही कार्रवाई से जहां चुप्पी साध बैठे हैं वहीं जोरदार ब्लास्टिंग के धमाकों का असर अब सरकारी भवनों के साथ लाखों रुपए खर्च किए जाने के बाद बनाए गए डेम रूपी तालाब की पार में दरारें स्पष्ट नजर आ रही हैं। तालाब में हो रही इस क्षति से और बारिश का पानी तेजी से भरने से ग्रामीणों में जलस्त्रोत तालाब के नष्ट होने की चिंता से ग्रसित नजर आ रहे हैं।
ग्रामवासियों ने बताया कि लगभग 15 साल पुराने बांध रूपी तालाब से महज 200 मीटर दूर क्रेशर खदान में शक्तिशाली ब्लास्टिंग लगातार की जा रही है। बांध व खदान के बीच श्मशान घाट व पंचायत द्वारा बनाया गया लाखों रुपए का खेल मैदान भी है। इसके साथ ही ब्लास्टिंग के दूसरे तरफ नर्सरी भी है जहां कई पेड़-पौधे क्रेशर के वाहनों की चपेट में आने से नष्ट हो चुके हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर गोपालचंद्र डाड को जनसुनवाई में लिखित शिकायत कर चारगांव के समीप हो रही ब्लास्टिंग को बंद किए जाने की मांग कर चुके हैं। ज्ञात हो कि ब्लास्टिंग से स्कूल की दीवारों में आई दरार के चलते अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना भी बंद कर दिया था। वहीं जनपद शिक्षा केंद्र कुरई से पहुंचे उपयंत्री एव्ही खान ने 20 जून को जांच के बाद बनाए पंचनामा में लिखित में बताया कि ब्लास्टिंग से प्राथमिक शाला चारगांव, गांव के कुछ घरों की दीवारों में दरारें आई हैं। ग्रामवासियों ने पूर्ण रूप से ब्लास्टिंग रोके जाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है।