scriptसरकारी अस्पताल परिसर में लुट रहे गरीब मरीज | Poor patient looting the government hospital premises | Patrika News

सरकारी अस्पताल परिसर में लुट रहे गरीब मरीज

locationसिवनीPublished: May 07, 2019 11:41:45 am

Submitted by:

santosh dubey

मेडिकल ऑफीसर ही अस्पताल परिसर में चला रहा क्लीनिक व मेडिकल स्टोर्स

Government hospital, patient, doctor, private clinic, loot, treatment, health

सरकारी अस्पताल परिसर में लुट रहे गरीब मरीज

सिवनी. कलक्टर प्रवीण सिंह ने हाल ही में जिला अस्पताल में समय पर डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मी के नहीं पहुंचने, उपचार में व्यापक लापरवाही बरतने और साफ-सफाई आदि अव्यवस्थाओं पर जमकर फटकार लगाई है। कुछ की वेतन वृद्धि रोकी तो एक को निलम्बित किया। वहीं जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूर नागपुर रोड स्थित सीएससी गोपालगंज में भी लापरवाही, व अनियमितता देखने को मिल रही है।
सरकारी अस्पताल में गरीब मरीज इस आस से आता है कि उसका यहां नि:शुल्क और बेहतर उपचार हो जाएगा। लेकिन जब एक सरकारी अस्पताल परिसर में ही सरकारी डॉक्टर एक अन्य नाम से निजी क्लीनिक व मेडिकल स्टोर्स खोलकर प्रति मरीज से उपचार के नाम पर रुपए लेकर उसकी जांच करें तो इसके इस व्यवसाय से अस्पताल की ओपीडी में अपने उपचार के इंतजार में बैठे मरीजों का क्या होगा यह आसानी से समझा जा सकता है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालगंज में सोमवार को सुबह आठ बजे ग्राम बादलपार कुरई निवासी प्रदीप कुमार अहरवाल अपनी 22 वर्षीय पत्नी सेपतियाबाई की पहली डिलेवरी कराने पहुंचे थे। वहीं अस्पताल में अन्य बीमारियों से ग्रसित महिला-पुरुष मरीज भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे।
वहीं प्रदीप अहरवाल ने बताया कि सुबह आठ बजे से नौ बजे तक ओपीडी में डॉक्टरों के नहीं पहुंचने और पत्नी की तकलीफ बढ़ता देख वे खासे चिंतित हो गए। वहीं अस्पताल में कार्यरत महिला सफाई कर्मी ने उल्टा उन्हें फटकारते हुए कहा कि अंदर न आए बाहर ही बैठे। चिकित्सक 11 बजे आएंगी। इससे परेशान होकर प्रदीप ने 181 में मोबाइल से इस मामले की शिकायत भी की है।
अस्पताल परिसर में ही निजी क्लीनिक
सीएससी गोपालगंज में पदस्थ एक एमबीबीएस मेडिकल ऑफीसर डॉक्टर ने अस्पताल परिसर स्थित शासकीय आवास को ही श्रीसाईं क्लीनिक व श्रीसाईं मेडिकल स्टोर्स का रूप देकर मरीजों का धड़ल्ले से उपचार किया जा रहा है। यह कार्य कई सालों से चल रहा है। गांव के गरीब मरीजों में मोहन, सुखवतीबाई, बंशीलाल ने बताया कि अस्पताल से लगे डॉक्टर के आवास में ही डॉक्टर निजी रूप से सुबह से शाम तक जांच करते हैं। वहीं प्रति मरीज की 100 रुपए फीस भी ली जाती है।

इनका कहना है
अस्पताल परिसर स्थित शासकीय आवास में रहने के साथ ही एक-दो कमरों में मरीजों से फीस लेकर जांच की जाती है। जांच अस्पताल की ड्यूटी टाइम पर नहीं की जाती है। जो बोर्ड लगा है उच्चाधिकारियों से बात करके अगर आपत्ति है तो उसे हटा दिया जाएगा।
डॉ. राजेन्द्र कुमार, मेडिकल ऑफीसर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालगंज

उच्चाधिकारी को कराया जाएगा अवगत
डॉक्टर आठ या 8.30 बजे तक पहुंच जाते हैं। 11 बजे के लिए तो कोई नहीं कह सकता है। अस्पताल परिसर में श्रीसाईं क्लीनिक का बोर्ड लगाकर कोई डॉक्टर उपचार कर रहा है तो उच्चाधिकारी को इस मामले से कल ही अवगत कराया जाएगा।
डॉ. वंदना कमलेश, बीएमओ,
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालगंज

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो