सिवनीPublished: Jul 22, 2019 11:35:49 am
santosh dubey
श्रीराम मंदिर मेन रोड छपारा में जारी श्रीराम कथा
मर्यादाओं के पालन के लिए राम ने लिया अवतार
छपारा (सिवनी). भगवान राम ने मर्यादाओं के पालन के लिए अवतार लिया। संसार के समक्ष एक आदर्श राजा, आदर्श पति, आदर्श मित्र, आदर्श भ्राता का उदाहरण रखा। रावण जैसे आतताइयों का अंत तो वे एक संकल्प मात्र से कर सकते थे। उक्ताशय की बात श्रीराम मंदिर मेन रोड छपारा में जारी श्रीराम कथा में कथावाचक दिव्यांशु महाराज ने श्रद्धालुजनों से कही।
उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य जीवन में भावनाओं का सबसे बड़ा महत्व बताया गया है। जिस व्यक्ति की भावनाएं शुद्ध और पवित्र होती हैं, वह अपने कल्याण का पथ खुद ही प्रशस्त करने लग जाता है।
श्रद्धा, विश्वास व भक्ति से ही भगवान की प्राप्ति संभव है। भगवान की भक्ति से मन को शांति मिलती है और उनकी कृपा से व्यक्ति के हर कार्य सफल होते हैं। भगवान राम को मर्यादा का महासमुंद्र बताते हुए कहा कि भगवान राम ने पिता के वचनों का पालन करते हुए सत्य की राह अपनाई। कलयुग में भी लोग उनके आदर्शों को याद करते हैं।
इस अवसर पर अशोक अग्रवाल, जयप्रकाश पाठक, नाथूराम उपाध्याय, राजेन्द्र तिवारी, डॉ. परमानंद चांग, रामकुमार सोनी, राघवेंद्र पाठक आदि मौजूद थे। इस अवसर पर ट्रस्ट सनातन धर्म सभा के पूर्व अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने मधुर बांसुरी वादन किया
आयोजक श्रीराम मंदिर समिति छपारा ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से छह बजे तक होती है। कथा का समापन 24 जुलाई को होगा।