मिल बांचे कार्यक्रम का बहाना है, बचपन में वापस जाना है
मध्यप्रदेश शासन की समाज और विद्यालय को जोडऩे वाले विभिन्न प्रयासों में से एक मिल बांचे कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को जिले भर के शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में किया गया। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय नागरिकों, शासकीय कर्मियों ने उपस्थित होकर विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा किए।
शासकीय माध्यमिक शाला भोंगाखेड़ा में पूर्व से विद्यालय में वालंटियर के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले शिक्षक, प्रोफ़ेसर, समाजसेवी और अधिकारी विद्यालय में पहुंचे। सर्वप्रथम राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्रचार्य शशिकांत नेमा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धारनाकला प्रार्थना सभा में विद्यालय में उपस्थित हुए और उन्होंने मिल बांचे कार्यक्रम के दौरान बच्चों को लोककथाओं के माध्यम से शिक्षाप्रद कहानियां सुनाई। साथ ही बच्चों के द्वारा कविता, कहानी, मुक्तक सुनकर प्रसन्न होकर पुरस्कार स्वरूप उन्हें पेन, पेंसिल, रबर, स्केल और पुस्तकें प्रदान की।
शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी के हिंदी विभाग के प्रोफेसर सत्येंद्र शेंडे भी विद्यालय में मशहूर रंगकर्मी पंकज सोनी के साथ उपस्थित हुए और बच्चों के बीच अपने बचपन को दोबारा जिया। खुद बच्चे बनकर बच्चों के साथ बहुत ही अच्छा समय व्यतीत किया। इसी क्रम में ग्राम के सरपंच रामकुमार बघेल एवं सिवनी तहसीलदार प्रभात मिश्रा विद्यालय में उपस्थित हुए और उन्होंने बच्चों को प्रेरक प्रसंग सुनाकर और विद्यार्थियों के द्वारा प्रस्तुत किए गए कविता, नाटक और गीतों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और उन्हें टॉफियां वितरित की। कार्यक्रम का संचालन संस्था के प्रधान पाठक संजय तिवारी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक संत कुमार तिवारी, कीर्ति भलावी, राजेश्वरी जंघेला, मंजूलता राय और सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।
मध्यप्रदेश शासन की समाज और विद्यालय को जोडऩे वाले विभिन्न प्रयासों में से एक मिल बांचे कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को जिले भर के शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में किया गया। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय नागरिकों, शासकीय कर्मियों ने उपस्थित होकर विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा किए।
शासकीय माध्यमिक शाला भोंगाखेड़ा में पूर्व से विद्यालय में वालंटियर के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले शिक्षक, प्रोफ़ेसर, समाजसेवी और अधिकारी विद्यालय में पहुंचे। सर्वप्रथम राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त प्रचार्य शशिकांत नेमा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धारनाकला प्रार्थना सभा में विद्यालय में उपस्थित हुए और उन्होंने मिल बांचे कार्यक्रम के दौरान बच्चों को लोककथाओं के माध्यम से शिक्षाप्रद कहानियां सुनाई। साथ ही बच्चों के द्वारा कविता, कहानी, मुक्तक सुनकर प्रसन्न होकर पुरस्कार स्वरूप उन्हें पेन, पेंसिल, रबर, स्केल और पुस्तकें प्रदान की।
शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी के हिंदी विभाग के प्रोफेसर सत्येंद्र शेंडे भी विद्यालय में मशहूर रंगकर्मी पंकज सोनी के साथ उपस्थित हुए और बच्चों के बीच अपने बचपन को दोबारा जिया। खुद बच्चे बनकर बच्चों के साथ बहुत ही अच्छा समय व्यतीत किया। इसी क्रम में ग्राम के सरपंच रामकुमार बघेल एवं सिवनी तहसीलदार प्रभात मिश्रा विद्यालय में उपस्थित हुए और उन्होंने बच्चों को प्रेरक प्रसंग सुनाकर और विद्यार्थियों के द्वारा प्रस्तुत किए गए कविता, नाटक और गीतों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और उन्हें टॉफियां वितरित की। कार्यक्रम का संचालन संस्था के प्रधान पाठक संजय तिवारी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक संत कुमार तिवारी, कीर्ति भलावी, राजेश्वरी जंघेला, मंजूलता राय और सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।