सिवनी. लाखों रुपए की राशि मिलने के बाद भी 26 फरवरी 2016 से बन रही महज चार किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य जिसे एक साल में हो जाना था वह अभी तक नहीं हुआ है। बारिश के दिनों में वाहन चालक तो दूर पैदल चलने वाले राहगीरों का भी यहां से गुजरना दूभर हो रहा है। शिकायत के बाद भी लापरवाह ठेकेदार व विभाग के जांच अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
विकासखण्ड घंसौर अन्तर्गत ग्राम कारीथून से रोटो के बीच प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पेकिज नं. एमपी 36-506 (एडीबी) के तहत 165.95 लाख रुपए की लागत से लगभग चार किलोमीटर बनने वाली सड़क का निर्माण कार्य 26 फरवरी 2015 से शुरू हुआ। एक साल में यह सड़क बनकर पूर्ण हो जाना और उक्त सड़क की पांच साल तक की गारंटी भी ठेकेदार की थी। ग्रामीणों ने बताया कि यहां सड़क का निर्माण कार्य मात्र 25 प्रतिशत ही हुआ है। अब बारिश में जगह-जगह कीचड़, दलदल व पथरीले कच्चे मार्ग पर वाहन चालकों, पैदल राहगीरों को आवागमन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणवासियों में दीपक मरकाम, भागवत तेकाम, उजयार मरावी, बब्लू मरावी, सोमलाल तेकाम, मुनीम तेकाम आदि ने बताया कि नर्मदा किनारे डूब क्षेत्र के ग्राम क्षेत्रों में विकास कार्यों के धुर्रे उड़ रहे हैं।
यहां के सभी निर्माण कार्यों की जांच के लिए उच्चाधिकारी आने से कतराते हैं और इसी का फायदा ठेकेदार मनमाने तरीके से निर्माण कार्य कर उठाने से नहीं चूकते हैं। इस मामले में ग्रामवासियों ने जब सड़क निर्माण कार्य में लगे सुपरवाइजर रवि से बात की तो उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि सड़क निर्माण कार्य चल रहा है और पेनाल्टी जमा करके यह कार्य जारी है।