सिवनी बंद: पांच हजार लोग उतरे सडक़ पर
आदिवासी समाज के अलावा विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक संगठन के लोग हुए शामिल
सिवनी
Published: May 09, 2022 08:20:38 pm
सिवनी. ग्राम सिमरिया में दो आदिवासी युवकों की हत्या के मामले में सोमवार को सिवनी बंद रहा। मूलनिवासी आदिवासी संघर्ष समिति के तत्वावधान में सिवनी बंद कराने वाले प्रदर्शनकारी मृतक के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा, हत्यारों के घर पर बुलडोजर चलाने और फांसी की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन करने वालों में आदिवासी समाज के अलावा विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक संगठनों के करीब पांच हजार से अधिक लोग रहे। नगर पालिका चौक से उनकी रैली निकली और शहर का भ्रमण किया। प्रदर्शनकारियों ने रास्तेभर केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ स्थानों पर पुलिस के साथ उनकी नोकझोक हुई। शाम को एसडीएम अंकुर मेश्राम को ज्ञापन सौंपने के साथ इसका समापन हो गया।
नगर पालिका चौक सहित पूरा शहर सुबह से ही पुलिस छावनी में बदल गया था। पुलिस की अलग-अलग टुकडिय़ां शहर के बस स्टेण्ड, नेहरू रोड, नगर पालिका चौक से छिंदवाड़ा चौक और कचहरी चौक से दलसागर तालाब की ओर मार्च करती नजर आई। इन टुकडिय़ों का नेतृत्व निरीक्षक कर रहे थे। सुबह ९.०० बजे से नगर पालिका चौक पर आदिवासी समाज के लोगों के आने का क्रम शुरू हुआ। दोपहर ११.१५ बजे तक उनकी संख्या शहर में मौजूद पुलिसकर्मियों से कम नजर आ रही थी। दिन चढऩे के साथ सुबह करीब ११.३० बजे के बाद जो भीड़ बढऩी शुरू हुई तो दोपहर करीब दो बजे तक कचहरी चौक से छिंदवाड़ा चौक तक लोगों का जमघट लग गया। बड़ी संख्या में महिला-पुरुष हाथों में डंडा, दफ्तियां, पीला व नीला झंडा लिए दिखाई देने लगे। सडक़ पर जहां तक निगाहे जा रही थी। उनकी ही भीड़ नजर आ रही थी।

सिवनी बंद: पांच हजार लोग उतरे सडक़ पर
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
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