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सिवनी में पेंशन देने डाकघर पहुंचा श्यामा बाई के घर, जानिए क्या है पूरा मामला

locationसिवनीPublished: Mar 11, 2018 12:27:11 pm

Submitted by:

akhilesh thakur

बेबस को मदद देने उठे हाथ ग्रामीणों ने दी नकद राशि, पैर में फैक्चर होने से चल नहीं पा रही श्यामा

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सिवनी. ७५ वर्षीय श्यामाबाई को वृद्धा पेंशन देने डाकघर शनिवार को उनके घर गया। पोस्टमाास्टर आशीष साहू ने १३ माह का बकाया ३९ सौ रुपए उनके हाथ में दिया। करीब आधा दर्जन ग्रामीणों ने नकद करीब चार हजार रुपए की सहायता दी। श्यामा का दाहिना पैर फैक्चर है। वह चल नहीं सकती हैं। उनकी जिंदगी ग्रामीणों के भरोसे कट रही है। पत्रिका ने छह मार्च को (श्यामाबाई की बदहाली बयां कर रही शासन की योजनाओं की हकीकत) शीर्षक से खबर प्रकाशित किया। डाकघर से संपर्क कर पेंशन क्यों रूका हैं पड़ताल की। इसके बाद उनकी मदद करने लोग आगे आए हैं।
जिला मुख्यालय से करीब ३० किलोमीटर दूर डुंगरिया निवासी श्यामा बाई के घर पहुंचकर पोस्टमास्टर साहू ने १३ माह के ३९ सौ रुपए दिए तो उसकी आंखों से आंसुओं की धारा फूट पड़ी। उनके साथ पहुंचे अन्य ग्रामीणों ने भी नकद राशि की सहायता दी। बेबस श्यामा ने रूंधे गले से पत्रिका को धन्यवाद दिया। मौके पर पहुंचे ग्राम पंचायत बादलपार सरपंच राजकुमार कठोते, सरपंच मीना दयालू मरकाम, दयालु मरकाम, राजकुमार राय, विजय राय, विजय वर्मा, अब्दुल माजिद खान, सहायक सचिव रामगोपाल वर्मा आदि ने हर संभव मदद का भरोसा दिया।
उप सरपंच ने ली श्रद्धा कराने की जिम्मेदारी
श्यामा बाई के पति केशुराम का निधन जनवरी माह में मकर संक्रांति को हो गई। उनका अंतिम संस्कार ग्रामीणों के सहयोग से हुआ, लेकिन उनकी आत्मा की शांति के लिए तेरहवीं (श्राद्ध कार्यक्रम) पैसे के अभाव में नहीं हो पाया। श्यामा के घर पहुंचे बादलपार ग्राम पंचायत के उप सरपंच देवी सिंह चौहान ने श्राद्ध ? कराने की जिम्मेदारी ली। साथ ही श्यामा के पैर का उपचार कराने के लिए जिला अस्पताल भेजने की बात कही।
घर जाकर दिया हूं पेंशन का पैसा
श्यामाबाई के पैर में फैक्चर है। वह कहीं आ जा नहीं सकती है। पत्रिका में प्रकाशित खबर व ग्रामीणों से जानकारी के बाद कागजी कार्र्रवाई पूरी किया। १३ माह का ३९ सौ रुपए पेंशन उनके घर ले जाकर दिया हूं।
– आशीष साहू, पोस्टमास्टर बादलपार

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