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मोगली की धरती पर बच्चों के सामने आया शेरखान

- राज्य स्तरीय मोगली बाल उत्सव में दूसरे दिन बलू गु्रप ने की जंगल सफारी

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पेंच में बच्चों के सामने आया बाघ।

पेंच में बच्चों के सामने आया बाघ।

सिवनी. मोगलीलैण्ड कहलाने वाले सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व में चल रहे राज्य स्तरीय मोगली बाल उत्सव में दूसरे दिन बलू गु्रप के 117 मोगली मित्र छात्र-छात्राओं ने जंगल सफारी की। पेंच के कोर एरिया में जंगल सफारी के दौरान बलू गु्रप में शामिल बड़वानी, शाजापुर, रायसेन, पन्ना व अन्य जिले के बच्चों को बाघ, तेंदुआ, चीतल दिखाई दिया, बच्चे काफी आनंदित हुए। बड़वानी जिले के बच्चों ने बताया कि एक जगह झाडिय़ों के बीच खड़ा दहाड़ता बाघ दिखा, तो एक जगह सडक़ पार करता बाघ नजर आया है। मोगली की धरती पर पहली बार बाघ (शेरखान) को सामने देखकर तो हैरान रह गए। जंगल में हरियाली के बीच बायसन, चीतल, लंगूर, कई तरह के पक्षियों को भी देखने का मौका मिला। इसके अलावा सडक़ पर बाघ के पगमार्क नजर आने पर विशेषज्ञों ने उनकी पहचान करने का तरीका समझाया।


नेचर ट्रेल में किया पगमार्क की पहचान
राज्य स्तरीय मोगली उत्सव 2024 का तीन दिवसीय आयोजन मध्य प्रदेश शासन छात्रों को वन्यजीव, पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति से जोडऩे के लिए प्रतिवर्ष कराता है। जिसमें द्वितीय दिवस मंगलवार को बलू गु्रप के सदस्य मोगली मित्र बच्चे सुबह पांच बजे टुरिया गेट से जंगल सफारी पर गए। बघीरा गु्रप ने नेचर टे्रल किया। नेचर ट्रेल के दौरान नाले में बाघ के ताजे पगमार्क देखकर मोगली मित्र रोमांचित हुए। उन्हें वनकर्मियों ने पगमार्क और बाघ की विशेषताएं बताई। ‘का’ गु्रप ट्रेजर हंट हैबिटेट में शामिल रहा। दोपहर गतिविधि में समाचार पत्र लेखन जैसी प्रगियोगिता में अपनी लेखन क्षमता का कौशल दिखाया। बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं वन पर्यावरण वन्य जीव संरक्षण की जानकारी के लिए बच्चों के माध्यम से यह कार्यक्रम हो रहा है। इस आयोजन में मध्य प्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग, पाठ्य पुस्तक निगम, स्काउट एवं गाइड, जैव विविधता एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जनजाति कार्य विकास विभाग, माध्यमिक शिक्षा मंडल, वन विभाग ईको टूरिज्म एवं पर्यटन विकास बोर्ड मध्यप्रदेश शासन के संयुक्त प्रयास से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग वन विभाग के साथ सहजकर्ता मार्गदर्शी शिक्षक चित्रकला, प्रश्न मंच, सांस्कृतिक गतिविधि करा रहे हैं।