सिवनीPublished: Apr 18, 2019 01:11:54 pm
santosh dubey
दोनों ही जिनालय में हुआ भगवान महावीर का अभिषेक
घंसौर में महावीर के जयकारों के साथ निकली श्रीजी की शोभायात्रा
सिवनी. जैन धर्म के 24 तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले ईशा से (599 वर्ष पूर्व) वैशाली के गणतंत्र राज्य कुंडलपुर में महाराज सिद्धार्थ और माता त्रिशला देवी के यहां चेत्र शुक्ल त्रयोदशी को हुआ। आप अहिंसा के प्रवर्तक थे और आपने जियो और जीने दो का संदेश दिया। जैन समाज द्वारा महावीर स्वामी के जन्म दिवस को महावीर जयंती के रूप में संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है। उसी कड़ी में सकल दिगंबर जैन समाज घंसौर के द्वारा भगवान महावीर जयंती का जन्म उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
बुधवार को सुबह छह बजे प्रभात फेरी निकाली गई। 7.30 बजे दोनों ही जिनालय में भगवान महावीर का अभिषेक शांतिधारा पूजन तथा विधान का आयोजन किया गया। दोपहर तीन बजे श्रीपाश्र्वनाथ जिनालय से भगवान महावीर के जयकारों के साथ श्रीजी की शोभायात्रा प्रारंभ हुई। जो की घंसौर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुन: पाश्र्वनाथ जिनालय पहुंची। अपने-अपने घरों के सामने श्रद्धालुजन द्वारा रंगोली डालकर श्रीजी के विमान का स्वागत किया और परिवार के सदस्यों के द्वारा श्रीजी की आरती की गई। बड़ी संख्या में जैन धर्माबंधुओं माताओं बहनों के साथ-साथ अन्य श्रद्धालु भी श्रीजी की यात्रा में शामिल हुए। श्रीजी की शोभायात्रा का समापन पाश्र्वनाथ जिनालय में हुआ। तदोपरांत श्रीजी का अभिषेक पूजन किया गया। महावीर जिनालय में भी श्रीजी का पूजन अभिषेक किया गया। रात्रि में मंदिरजी में प्रवचन भजन आरती के साथ-साथ बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई।