सोशल प्राइड – गांव को सुंदर, शिक्षित बनाने ग्रामीण व शिक्षक कर रहे प्रयास
सिवनीPublished: Jun 23, 2019 03:57:13 pm
ग्राम भ्रमण, चौपाल, बैठक से कर रहे प्रेरित
सोशल प्राइड – गांव को सुंदर, शिक्षित बनाने ग्रामीण व शिक्षक कर रहे प्रयास
सिवनी. गांव का प्रत्येक बालक-बालिका शिक्षा पाने स्कूल जाए और ग्राम के विकास में प्रत्येक ग्रामवासी सहयोगी बने तो गांव को आदर्श रूप में प्रस्तुत करना बड़ी बात नहीं है। ऐसे ही संदेश को लेकर विद्यालय प्राचार्य, शिक्षक व ग्रामवासी ग्राम भ्रमण, चौपाल, बैठक कर रहे हैं।
विकासखण्ड सिवनी के ग्राम मेहरापिपरिया के प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक सभी शैक्षणिक संस्थाओं के स्टाफ ने ग्राम का भ्रमण किया एवं ग्राम के सभा मंच में चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें पालक शिक्षक संघ के अध्यक्ष, ग्रामवासी एवं छात्रों की उपस्थिति रही। चौपाल को प्राचार्य एलआर बछलिया, माध्यमिक शाला के प्रभारी प्रधानपाठक एएस राहंगडाले एवं डीएस पटले ने सम्बोधित किया।
चौपाल के माध्यम से छात्रों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित किया गया। पालकों को बताया गया कि वे अपने बच्चों को कक्षा एक, छटवीं, नवमीं एवं कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश अवश्यक दिलाएं।
प्राचार्य बछलिया ने चौपाल को सम्बोधित किया और दक्षिण कोरिया के शैक्षणिक भ्रमण यात्रा के अनुभव साझा किए। बताया कि दक्षिण कोरिया के विकास का आधार वहां की शैक्षणिक गुणवत्ता, ईमानदारी और कठोर अनुशासन है। हम अपने ग्राम का आर्थिक विकास कैसे करें, जल संरक्षण कैसे करें, इन विषयों पर भी चर्चा की गई। शनिवार को पंचायत भवन में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। ग्राम चौपाल, ग्राम भ्रमण कर शिक्षा का संदेश दिया जा रहा है।
इस अवसर पर प्राथमिक शाला के पीआर पटले, सुरेन्द्र फटीक, हाइस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी से एएल उइके, एके अवधवाल, यूके चौहान, एल. कुर्वेती, जी. शिव, एस. बिसेन, नंदलाल खरे, किशोर मेश्राम व ग्रामवासियों में ओमकार देशमुख अध्यक्ष पीटीए, दिलीप पटले, एलपी ठाकरे, योगेश पटले, दीपक पारधी एवं अन्य उपस्थित रहे।
ग्रामीणों ने प्राचार्य के प्रयास को सराहा –
प्राचार्य के द्वारा दक्षिण कोरिया में संचालित शैक्षणिक गतिविधियां, योजनाएं, व्यवस्था, यातायात, सुविधा, डिजिटल तकनीकी, साफ-सफाई, श्रम आदि व्यवस्था के सम्बंध में उपस्थित ग्रामवासियों के समक्ष जानकारी साझा की गई। ग्राम के आर्थिक विकास एवं शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार तथा 100 प्रतिशत शिक्षा का स्तर बनाने के लिए सभी ग्रामीण जन एवं स्कूल स्टॉफ से सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। जिस पर ग्रामीणों, सहयोगी स्टॉफ ने उत्साह से सहमति दी व प्राचार्य के प्रयास को सराहा। सभी ग्रामीणों द्वारा प्राचार्य का दक्षिण कोरिया यात्रा के पश्चात सम्मान करते हुए कहा गया कि ग्राम के विकास एवं शैक्षणिक सुधार के लिए सदैव हरसंभव सहयोग करने तत्पर रहेंगे।