scriptनहर बन्द, फसल पर संकट, नेता जा रहे कलेक्टर से मिलने | Stop the canal crisis on crop meet the collector going to the leader | Patrika News

नहर बन्द, फसल पर संकट, नेता जा रहे कलेक्टर से मिलने

locationसिवनीPublished: Jan 28, 2018 07:36:12 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

भाजपा नेता जाएंगे कलेक्टर से मिलने

seoni

Reproduction of plants after planting

सिवनी. जिला भाजपा एवं भाजपा किसान मोर्चा द्वारा सोमवार को कलेक्टर एवं सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों से भेंट कर भीमगढ़ नहर से जल प्रदाय प्रारंभ करने की मांग की जाएगी। इसके लिए भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश पाल सिंह एवं किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष मुकेश बघेल के साथ प्रभावित क्षेत्रों के कृषक, जल उपभोक्ता समिति के सदस्य एवं किसान मोर्चा के पदाधिकारी दोपहर 12 बजे भाजपा कार्यालय में एकत्रित होकर कलेक्टर से मिलने पहुंचेंगे।
भाजपा मीडिया प्रभारी श्रीकांत अग्रवाल ने बताया कि भीमगढ़ बांध के गेट बंद कर देने के बाद से नहरों के माध्यम से होने वाला जलप्रदाय रुक गया है। जिससे फसलों पर सूखने का संकट आ खड़ा हुआ है। इससे किसान चिंतित एवं परेशान हैं।
इसी संबंध मे भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश पाल सिंह द्वारा पूर्व में भी सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता सुपलीकर, कलेक्टर एवं सिंचाई विभाग के जिले के उच्च अधिकारियों से चर्चा कर भीमगढ़ बांध से तत्काल जलप्रदाय प्रारंभ किए जाने की मांग रखी गई थी।
इस संबंध में अब तक संतोषजनक कार्रवाई ना होने पर भाजपा जिला अध्यक्ष एवं किसान मोर्चा के पदाधिकारी क्षेत्रीय कृषकों के साथ सोमवार को पुन: कलेक्टर से मिलकर उनके समक्ष अपनी मांग रखेंगे।
किसानों के साथ विधायक पहुंचे कलेक्ट्रेट
भीमगढ़ बांध से नहर का पानी बंद कर दिए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को बड़ी संख्या में केवलारी, पलारी क्षेत्र के किसानों ने केवलारी विधायक रजनीश सिंह के साथ सिवनी पहुंचकर कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड और सिंचाई विभाग के अधिकारी से अपनी समस्या बताकर नाराजगी जाहिर की है।
किसानों ने कलेक्टर को बताया कि वर्तमान समय में खेतों में रबी की फसल लहलहा रही है। फसल को पकने के लिए कम से कम दो पानी की आवश्यकता है, ऐसे समय में बिना किसी सूचना के 23 जनवरी को भीमगढ़ डेम के गेट बंद कर नहर से पानी रोक दिया गया। जिससे किसान हलाकान हैं और प्रशासन के प्रति आक्रोशित हैं। वर्तमान में डेम 32 सीएमसी पानी अतिरिक्त है जो किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त है किंतु इस तरह नहर बन्द हो जाने से फसल पर संकट खड़ा हो गया है। इससे बड़ी नुकसानी होने के आसार हैं।
किसानों ने नहर में अतिशीघ्र पानी छोडऩे के लिए ज्ञापन दिया। इस पर कलेक्टर डाड ने कहा कि डेम के गेट बंद कराने में उनकी कोई भूमिका नहीं है। हालांकि उन्होंने अपनी ओर से इसके लिए हरसंभव सहयोग की बात कही।
बैठक के बाद होगा निर्णय –
कलेक्टर से मुलाकात के बाद विधायक के साथ किसानों ने सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचकर उपस्थित अधिकारी अनिल सिंह को ज्ञापन देकर अपनी बात रखी। अधिकारी ने किसानों से कहा कि नहर से पानी बंद करने का उच्चस्तरीय निर्णय है। वे इस सम्बंध में 27 जनवरी को विभागीय बैठक में चर्चा के बाद ही इस सम्बंध में कोई अंतिम निर्णय लेने की बात कही है।
इस मौके पर क्षेत्रीय किसान व किसान नेताओं में रेहान पटेल, जीत सिंह बघेल, अनिल चौरसिया, अशोक सिरसाम, प्रकाश पटेल, राम प्रकाश पटेल, पवन ठाकुर पलारी, शरद गोलू ठाकुर, रमेश ठाकुर, रवि पटेल, तोप सिंह ठाकुर, गंगा साहू, सतीश डेहरिया सहित अन्य किसान उपस्थित रहे।
खाना छोड़ अन्नदाता से मिलने पहुंचे कलेक्टर
बड़ी संख्या में किसानों के कलेक्ट्रेट पहुंचने की सूचना पाकर खाना खाने बंगले में पहुंचे कलेक्टर तुरंत ही वापस अपने कार्यालय लौट आए। उन्होंने पहले किसानों की बात सुनी और फिर जाकर भोजन किया। यह बात उन्होंने किसानों के बीच विधायक रजनीश सिंह से बताई, तब विधायक ने भी उनके सहयोग के लिए आभार जताया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो