scriptटीचर्स डे – गांव के स्कूलों में अब भी शिक्षा और व्यवस्था फेल | Teacher's Day - Education and system still fail in village schools | Patrika News

टीचर्स डे – गांव के स्कूलों में अब भी शिक्षा और व्यवस्था फेल

locationसिवनीPublished: Sep 05, 2019 12:25:15 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

डीपीसी, बीआरसीसी ने कहा सुधार के किए जाएंगे प्रयास

seoni

कहीं स्कूल टाइम पर ताला, कहीं शिक्षक ही गैरहाजिर

सिवनी. एक तरफ हम गुरुवार को शिक्षक दिवस मना रहे हैं, दूसरी तरफ लाख कोशिशों के बाद भी सरकारी स्कूल में पढ़ाई को लेकर ज्यादातर शिक्षक और इंतजामों को लेकर अफसर गैरजिम्मेदार ही नजर आ रहे हैं। पढ़ाने के समय में दूसरे काम बताकर शिक्षकों का कहीं और चले जाना आम बात हो गई है। जबकि अफसर निर्देशों की महज खानापूर्ति कर रहे हैं। अभिभावक, ग्रामीण, विद्यार्थी खुद बयान करते रहे हैं शिक्षा व व्यवस्था में बदलाव नहीं आया हैं। शहर से दूर की शालाओं में स्थिति ज्यादा चिंताजनक है।
ऐसे ही हाल बरघाट ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला कमकासुर में नजर आ रहे हैं। यहां दर्ज १६ विद्यार्थियों को पढ़ाने दो शिक्षक पदस्थ हैं, लेकिन बुधवार की दोपहर शाला में बच्चे ही नजर आ रहे थे। जब ग्रामीणों ने मौके पर जाकर जानकारी ली, तो बच्चों ने बताया कि एक शिक्षक अवकाश पर हैं और दूसरे शिक्षक किसी काम से चले गए हैं। मौके पर मौजूद ग्रामीण अतरलाल भलावी ने बताया कि ऐसी स्थिति पहले भी बनती रही है। इस शाला में पदस्थ शिक्षक रूपेश कुमार गुर्देकर ने शाला में लौटने पर बताया कि बच्चों को दूध वितरण नियमित नहीं हो रहा है, इसी की जानकारी लेने के लिए माध्यमिक शाला गए थे। जो कि करीब २ किमी की दूरी पर है।
भवन, शौचालय जर्जर –
इस शाला का भवन व शौचालय जर्जर स्थिति में है। किचन शेड चारों ओर से घास, झाड़ी से घिरा है। खुले स्कूल परिसर में ग्रामीणों द्वारा गंदगी की जा रही है। शाला के शिक्षक रूपेश कुमार गुर्देकर ने बताया कि कई बार आवेदन दे चुके हैं, लेकिन हो कुछ नहीं रहा है।
यूं नहीं जाना चाहिए स्कूल से –
बच्चों को स्कूल में अकेला छोड़कर जाना गंभीर विषय है। बच्चों के साथ कोई भी प्रतिकूल स्थिति निर्मित निर्मित न हो, इसके लिए वरिष्ठ कार्यालय से सहयोगी शिक्षक को बुलाकर ही शाला से शिक्षक को जाना चाहिए। कमकासुर के स्कूल भवन व अन्य इंतजाम सुधारने का प्रस्ताव भेजा गया है।
पीडी नाग, बीआरसीसी बरघाट
ली जाएगी जानकारी –
यदि बच्चों को शाला में अकेला छोड़कर शिक्षक कहीं जाते हैं, तो यह गंभीर विषय है। ऐसी लापरवाही करने वाले शिक्षकों के विषय में जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
जेके इड़पाचे, डीपीसी सिवनी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो