बच्चों ने दिखाई खाने की थाली, कहा साहब देखिए इल्ली
सिवनीPublished: Dec 11, 2019 12:09:43 pm
कन्या आश्रम की छात्राओं के खाने में निकल रहीं इल्ली
बच्चों ने दिखाई खाने की थाली, कहा साहब देखिए इल्ली
सिवनी. शहर के बारापत्थर क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम आदिवासी कन्या आश्रम की छात्राएं सोमवार की दोपहर हाथ में खाने की थाली लेकर जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल के सामने जा पहुंचीं और कहा कि साहब देखिए खाने में इल्लियां निकल रही हैं। ऐसा खाना सिर्फ एक दिन नहीं, लगभग हर दिन मिल रहा है। अंग्रेजी माध्यम कन्या आश्रम की अधीक्षिका, शिक्षिकाओं ने कन्या आश्रम के साक्षी स्व-सहायता समूह द्वारा इल्लीयुक्त, गुणवत्ताहीन भोजन दिए जाने की लिखित शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी को है। डीइओ ने भी बिना देर किए इस मामले की पूरी जानकारी ली और सम्बंधित समूह को हटाने की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन जिला पंचायत भेजा है।
तीन जगह सप्लाई होता है खाना –
जिला पंचायत में पदस्थ एमडीएम प्रभारी अमृता चौधरी ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी का प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है, इसमें कन्या छात्रावास में खाने में इल्ली निकलने पर समूह के विरूद्ध अनुबंध समाप्त करने की कार्रवाई का लेख किया गया है। प्रतिवेदन जिला पंचायत सीइओ के समक्ष प्रस्तुत किया है। बताया कि साक्षी स्व-सहायता समूह सिवनी शहरी क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम के कन्या छात्रावास सहित तीन जगहों पर खाना सप्लाई करता है।
दो महीने से मिल रहा घटिया खाना –
कन्या छात्रावास की अधीक्षिका, शिक्षिकाओं ने बताया कि पिछले करीब दो महीने से समूह द्वारा इसी तरह का भोजन कन्या छात्रावास में रहने वाली ७५ छात्राओं के लिए भेजा जा रहा है। जबकि सम्बंधित को कई बार गुणवत्ता सुधार के लिए कहा जा चुका है, इसके बावजूद सुधार नहीं होने पर इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर की गई है। बताया कि सोमवार को समूह द्वारा दाल, आलू की सब्जी, चांवल भेजा गया था, चांवल में ही इल्लियां थीं, जिसको छात्राओं ने खाने से इनकार कर दिया। बार-बार ऐसी स्थिति बनने के कारण अधिकारी को शिकायत की गई है।
छात्राओं ने छोड़ दिया एमडीएम खाना –
बताया कि कन्या छात्रावास में सुबह खाना बनता है, जिसको ही ज्यादातर छात्राएं अपने टिफिन में बचाकर इसलिए रख लेती हैं, क्योंकि उन्हें दोपहर में मिलने वाले मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) का इल्ली वाला, गुणवत्ताहीन भोजन नहीं करना है। सुबह के बचाए हुए खाने को दोपहर में ज्यादातर छात्राएं खाती हैं।
इनका कहना है –
छात्राएं मेरे सामने थाली लेकर आई थीं, खाने में इल्ली हमने भी देखा था। साक्षी स्व-सहायता समूह को हटाने के लिए जिला पंचायत को प्रतिवेदन भेजा है। आगे वहीं से कार्रवाई तय होगी।
जीएस बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी सिवनी