समय से नहीं पहुंचा एम्बुलेंस
मृतक कर्मचारी के परिजनों ने बताया कि उपचार के दौरान स्थिति कंट्रोल में नहीं आने से चिकित्सक नागपुर ले जाने की बात कर रहे थे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुरई से एम्बुलेंस मंगाया गया था। लेकिन समय से एम्बुलेंस जिला अस्पताल नहीं पहुंचा। इसबीच कर्मचारी की मौत हो गई। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने एम्बुलेंस के जाम में फंसे होने की वजह से विलंब से पहुंचने की बात बताई।
पिता की मौत के बाद हुई थी अनुकंपा नियुक्ति
शिक्षा विभाग में पदस्थ गोपाल प्रसाद पंचेश्वर की मृत्यु के बाद पुत्र अमित (मृतक) की अनुकम्पा नियुक्त हुई थी। घर में दिव्यांग मां, भाई, बहन, पत्नी के साथ अमित की दो संतान हैं। इन सबका पालन करने वाला अमित ही था। अमित के दो संतान में एक की उम्र 10 साल और पुत्री छह साल की है। अमित की मौत के बाद परिजनों को गहरा सदमा लगा है। इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
15 लाख मिलेगा परिजनों को
लोकसभा चुनाव की ड्यूटी के दौरान मृतक अमित के परिजनों को 15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण सिंह के निर्देश पर रविवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल को 15 लाख रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है। सीआरपीएफ की महिला आरक्षक शुभाश्री साहू के परिजनों को भी 15 लाख रुपए की आर्थिक सहायत मिलेगी। इसके लिए भी जिला निर्वाचन प्रस्ताव बनाकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी भोपाल को भेज दिया है। ये राशि उनको विभाग से मिलने वाली अन्य राशियों से अलग है।
नागपुर में चल रहा घायलों का कैशलेश इलाज
निर्वाचन ड्यूटी के पूर्व प्रशिक्षण के लिए विगत दिनों लखनादौन से जिला मुख्यालय आ रहे पशु चिकित्साधिकारी और उनकी प्रोफेसर पत्नी का उपचार नागपुर के एक निजी अस्पताल में कैशलेस चल रहा है। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर निजी अस्पताल व मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सूचना भेज दी गई है। इलाज के उपरांत निजी अस्पताल का बिल निर्वाचन आयोग भरेगा।
दर्जनभर बीमार, जिनको किया गया स्वस्थ्य
चुनाव ड्यूटी में रवाना होने से पूर्व पॉलीटेक्निक कॉलेज में मतदान सामग्री ले रहे करीब दर्जनभर कर्मचारियों की हालात खराब हो गई। मौके पर मौजूद चिकित्सकों ने उपचार कर उनको स्वस्थ्य किया। इसके पूर्व सुबह में ड्यूटी पर चिकित्सकों के नहीं पहुंचने से सामग्री लेने पहुंचे कर्मचारियों को परेशानी हुई। उच्चाधिकारियों ने इसकी जानकारी होते ही मौके पर चिकित्सकों को रवाना किया। पॉलीटेक्निक कॉलेज में दो चिकित्साधिकारी, पांच स्टॉप नर्स, वार्ड ब्वाय आदि को तैनात किया गया था।
कटंगी रोड स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। जहां जिला प्रशासन प्रतिनिधि डॉ. यशवंत माथुर, जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल, एडीपीसी महेश गौतम आदि बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।