सिवनी

वनरक्षक को लोकायुक्त ने पैसे लेते रंगेहाथ पकड़ा

डीएसपी दिलीप झरवड़े के नेतृत्व में टीम ने की कार्रवाई

सिवनीApr 24, 2019 / 11:48 am

mahendra baghel

वनरक्षक को लोकायुक्त ने पैसे लेते रंगेहाथ पकड़ा

सिवनी. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिलब्ध पेंच टाइगर रिजर्व में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पेंच से लकड़ी की तस्करी करने के आरोप में तीन कर्मचारियों का नाम सामने आने के बाद अब एक वनरक्षक पर लकड़ी पकडऱ केस नहीं बनाने के लिए रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। इस मामले में लोकायुक्त की टीम ने विगत दिनों आरोपी वनरक्षक को दो हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। आरोपी के खिलाफ संबंधित मामले में प्रकरण दर्ज कर लोकायुक्त ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसकी पुष्टि लोकायुक्त के डीएसपी झरवड़े ने की है।
डीएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि पेंच टाइगर रिजर्व, घाटकोहका परिक्षेत्र के एक बीट पर तैनात है। उसने विगत दिनों म_ाटोला निवासी राजू इनवाती के पास से लकड़ी पकड़ा और कोई प्रकरण नहीं बनाया। उसने प्रकरण नहीं बनाने के एवज में राजू से ३५०० रुपए रिश्वत की मांग किया। राजू ने उसकी आडियो रिकार्डिंग सहित अन्य साक्ष्य जुटाकर लोकायुक्त से शिकायत कर दी। लोकायुक्त की टीम डीएसपी झरवड़े के नेतृत्व में पहुंची और राजू से रिश्वते लेते हुए वनरक्षक मनोज सकरौले को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से लोकायुक्त ने रिश्वत के पैसे बरामद किए। संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। इसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। कार्रवाई करने वाली टीम में निरीक्षक आस्कर किंडो, जुबेर खान, शरद पांडेय, अतुल श्रीवास्तव, सोनू चौकसे, राकेश विश्वकर्मा आदि रहे।
बाघ के अंग नहीं बरामद कर पाया प्रबंधन
पेंच टाइगर रिजर्व में बीते माह पखवाड़ेभर के अंदर दो बाघ के शव मिले थे। इसमें एक बाघ की मौत लड़ाई में होने की बात प्रबंधन ने की थी, जबकि दूसरे के शव के कई अंग गायब मिले थे। प्रबंधन ने शिकार की संभावना जताते हुए जांच शुरू किया था। जांच के दौरान अंतर्राज्यीय आरोपी पकडऩे का भी दांवा प्रबंधन ने किया था। हालांकि अब तक बाघ के अंग बरामद नहीं हो पाए हैं।
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