scriptदा जंगल बुक के नायक मोगली बच्चों के सबसे पसंदीदा थे पात्र | The Jungle Book's hero Mowgli was the most favorite of children | Patrika News

दा जंगल बुक के नायक मोगली बच्चों के सबसे पसंदीदा थे पात्र

locationसिवनीPublished: Mar 27, 2019 12:06:59 pm

Submitted by:

mahendra baghel

मोगली बाल उत्सव ने बच्चो ने तीन दिनों तक वन एवं वन्य प्राणियों को जाना

Jungle Book's hero Mowgli

दा जंगल बुक के नायक मोगली बच्चों के सबसे पसंदीदा थे पात्र

सिवनी. रूडयाल किपलिंग द्वारा लिखी उपन्यास दा जंगल बुक के प्रमुख कथा नायक मोगली बच्चों का सबसे पसंदीदा पात्र है। जब उस मोगली के घर उनके मित्रों ने भ्रमण किया तो कहा दोस्त फिर मिलेंगे। अपना ध्यान रखना। हम पर्यावरण को संरक्षित करने का काम करेगें। राज्य स्तरीय मोंगली बाल उत्सव में कैम्प के अंतिम दिवस का समूह ने सहजकर्ता सुभाष गजभिये के साथ बच्चों ने जंगल सफारी में एक बाघ एवं उसके तीन बच्चे देखकर रोमांचित हुए।
दूसरा समूह बघीरा ने सुबह छह बजे अपने सहजकर्ता विनोद तिवारी के साथ नेचर ट्रेल में पेंच नेशनल पार्क के बफर जोन में पैदल वॉक करते हुये टुरिया गेट के बाजू से नेचर टे्रल में अपने मार्गदर्शी शिक्षकों के साथ बाल मोगली मित्रों ने सबसे पहले टाइगर का बिस्टा देखकर नेशनल पार्क के एसडीओ बीपी तिवारी से जाना कि कितनी पुरानी है। इसे कैसे पहचान सकते है, वहीं दीमक के घर कैसे बनते है फारेस्ट के कर्मचारी ने बताया कि ये किस तरह जैव विविधता के सच्चे मित्र है और कितनी मजबूती से अपना घर बनाते है। जंगल में पेड़ों के गिरे पत्तों कीटो के माध्यम से अपना घरोंदा बनाते है। नेचर ट्रेल करते हुए जाना कि मकड़ी के जाले कितने मजबूती से बनाते है। बच्चों ने जाना कि एक पेड़ के गिर जाने से असंख्यक जीव जन्तुओं का भोजन उनका निवास कैसे बन जाता है। बच्चों ने पास से बल्चर को देखकर जाना कि कैसे सफाई कर्मी जंगल के मित्र है। दूरबीन से किंगफिशर ब्लैक ड्रेगो दूधराज सहित अनेक पक्षी के दर्शन बर्ड वाचिंग के माध्यम से देखकर अपना ज्ञान बढ़ाया पेड़-पौधों की उम्र और उनका जीवन उनसे प्राप्त वन सम्पदा की जानकारी जानी यदि कोई जंगल में बिना अनुमति के गलत उद्देश्य से प्रवेश करता है तो या कोई वन्यप्राणी कितने समय पहले गया है उसके फुट प्रिन्ट के माध्यम से जाना। तीसरे समूह बालू ने अपने सहजकर्ता केके मिश्रा के साथ खोजो खजाना के माध्यम से जंगल के महत्व को जाना एवं वापस शहीद स्मारक में पहुंच कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके बलिदान को याद किया। 9 अक्टूबर 1930 की घटना का साक्षी वृक्ष को करीब से देखा।मोगली बाल उत्सव स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा आयोजित पेंच नेशनल पार्क में ग्राम टुरिया में प्रदेश के 9 जिलो के मोगली उत्सव के चयनित बच्चे एवं मार्गदर्शी शिक्षकों के लिए आयोजित 24 मार्च से 26 मार्च तक कैम्प कलक्टर प्रवीण के मार्गदर्शन में कैम्प कमांडर गोपाल सिंह बघेल के नेतृत्व में शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारी वन विभाग के अधिकारी/कर्मचारी के सहयोग से आयोजित कैम्प में राज्य जैव विविधता बोर्ड भोपाल के अधिकारी शिवप्रसाद बघेल मास्टर ट्रेनर्स महेन्द्र राहंगडाले, राजेश बघेल के द्वारा तीन दिनों तक अनेको गतिविधियां की गई बोर्ड द्वारा जैव विविधता संरक्षण सवर्धन के संबंध में क्वीज प्रतियोगिता कर बच्चों को पुरस्कृत किया गया। एफको के डॉ. महेश मिश्रा एवं दिलीप चक्रवर्ती ने क्वीज के माध्यम से बच्चों एवं शिक्षको में पर्यावरणीय ज्ञान जाना एवं विजय प्रतिभागी को पुरस्कृत किया गया। कैम्प को सफल बनाने में शिक्षा विभाग के विपनेश जैन, हेमंत राज, पीयूष जैन, मुकेश नेमा, वीरन सिंह बघेल, सुशील भांगरे के सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
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