भोमा में मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम गांव में सड़क के दोनों ओर पिछले कई महीनों से नाली निर्माण का काम कर रहा है। नालियां बनने से पहले ही कई जगह टूट रही हैं, जिससे बरसात का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि दर्जनों बार इस बात की शिकायत विभागीय अधिकारियों को की जा चुकी है। अधिकारियों की अनदेखी से क्षेत्रवासी परेशान हैं। विभागीय अधिकारी ना तो अधूरे निर्माण को पूरा करवा सकेए ना ही क्षतिग्रस्त नाली की मरम्मत कराई जा रही है।
नाली निर्माण और सड़क चौड़ा करने भोमा में इसी साल अभियान चलाकर करीब एक सैकड़ा कब्जे पक्के अतिक्रमण तोड़े गए थे। इसके बाद भी नाली निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। भोमा बस स्टैंड से इंदिरा चौक तक दोनों ओर करीब 800 मीटर लम्बी, दो फीट चौड़ी और तीन फीट ऊंची नाली का निर्माण कराया जाना है। बस स्टैंड में एक तरफ से नाली बनाने का काम शुरू किया गया था, जो आधे हिस्से में ही बनाई जा सकी है। ८00 मीटर की नाली बनाने में कई माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक एमपीआरडीसी काम नहीं करवा पाया है।
नाली के लिए खोदे गए गड्ढे के कारण रहवासियों व दुकानदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। निर्माण के लिए गहरा गड्ढा कर अधूरा छोड़ दिया है, जिससे रोज कोई ना कोई अनहोनी होती रहती है। नाली की उंचाई बेहद कम है और घर व दुकानें कई फीट ऊंचाई पर हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पहली बारिश में टूट कर धंस रही है। ग्रामीणों ने कलेक्टर, एमपीआरडीसी के अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर इस सम्बंध में उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
नाली निर्माण और सड़क चौड़ा करने भोमा में इसी साल अभियान चलाकर करीब एक सैकड़ा कब्जे पक्के अतिक्रमण तोड़े गए थे। इसके बाद भी नाली निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। भोमा बस स्टैंड से इंदिरा चौक तक दोनों ओर करीब 800 मीटर लम्बी, दो फीट चौड़ी और तीन फीट ऊंची नाली का निर्माण कराया जाना है। बस स्टैंड में एक तरफ से नाली बनाने का काम शुरू किया गया था, जो आधे हिस्से में ही बनाई जा सकी है। ८00 मीटर की नाली बनाने में कई माह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक एमपीआरडीसी काम नहीं करवा पाया है।
नाली के लिए खोदे गए गड्ढे के कारण रहवासियों व दुकानदारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। निर्माण के लिए गहरा गड्ढा कर अधूरा छोड़ दिया है, जिससे रोज कोई ना कोई अनहोनी होती रहती है। नाली की उंचाई बेहद कम है और घर व दुकानें कई फीट ऊंचाई पर हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पहली बारिश में टूट कर धंस रही है। ग्रामीणों ने कलेक्टर, एमपीआरडीसी के अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर इस सम्बंध में उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की है।