खेतों में गूंज रही शेर की दहाड़, हाथी की चिंघाड़!
सिवनीPublished: Jan 19, 2021 11:27:24 am
कृषि विभाग ने हैदराबाद से बुलवाए स्पेशल साउंड एण्ड लाइट सिस्टम
खेतों में गूंज रही शेर की दहाड़, हाथी की चिंघाड़!
सिवनी. खेतों में शेर की दहाड़, हाथी की चिंघाड़ सुनाई दे रही है, हालांकि इसमें कोई डर या हैरत की बात नहीं है। यह सब हो रहा है खेतों को नुकसान पहुंचाने वाले वन्यप्राणियों और पशु-पक्षियों से फसल सुरक्षा के लिए। किसानों द्वारा शेर की दहाड़, हाथी की चिंघाड़ की आवाज के लिए यंत्र का इस्तेमाल किया जा रहा है। हाल ही में जिले के ४० किसानों को यह यंत्र कृषि विभाग ने वितरण किए हैं।
किसानों की फसलें वन्यप्राणियों, पशु-पक्षियों के कारण काफी नुकसान होता रहा है। इस नुकसानी से किसानों को बचाने के लिए कृषि उपसंचालक मोरिष नाथ ने एक नया प्रयोग अमल में लाते हुए जिले के ४० किसानों को स्पेशल साउंड-लाइट सिस्टम दिया है। बताया कि हैदराबाद, बैंगलोर से स्पेशल ऑर्डर पर ४० सेट मंगवाए हैं। यंत्र वजन में कम है, इसे कहीं भी उठाकर ले जाना आसान है। एक जगह रखकर इसे चलाने से दूर तक आवाज होती है, आवाज सुनते ही फसल को नुकसान पहुंचा रहे पशु-पक्षी खेत से दूर चले जाते जाते हैं।
कृषि विकास विभाग के आत्मा योजना अंतर्गत जिले के सभी आठ विकासखण्ड से चयनित किए गए ५-५ आदिवासी किसानों को यह यंत्र प्रदान कर इसकी उपयोगिता के विषय में बताया गया है। यह यंत्र फिलहाल आसपास के जिलों में भी नहीं है, न ही यह खुले बाजार में मिल पा रहा है। कृषि उपसंचालक के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एनके सिंह के द्वारा किसानों को यंत्र प्रदान किए गए।
रिमोट, सोलर सिस्टम की सुविधा –
कृषि उपसंचालक ने बताया कि इस यंत्र की खासियत यह है कि यह सोलर पेनल से चार्ज हो सकता है। इसमें बैटरी लगी है। यंत्र में एक कार्ड लगा हुआ है, जिसमें हाथी, शेर, घंटी, श्वान, चिडिय़ा व अन्य तरह की आवाज रिकार्ड हंै। इसको चालू कर खेत में आए वन्यप्राणी या पशु-पक्षियों को भगाया जा सकता है। इसका संचालन रिमोट के माध्यम से होता है, साथ ही आवाज बढ़ाई या घटाई जा सकती है। इसके अलावा इसमें हेलोजन की तरह तेज फोकस वाला लाइट भी है, जिससे किसान रात में भी खेत में दूर तक देख सकते हैं।