सिवनीPublished: Sep 17, 2017 12:58:21 pm
santosh dubey
किसानों ने की मुआवजे की मांग
सिवनी. अवर्षा से जिले भर के किसानों की फसलें जहां बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं वहीं आंधी-तूफान से मक्का की फसलें भी जमीन में बिछ गई है। किसानों ने शासन-प्रशासन से क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे कार्य कराकर शीघ्र ही उचित मुआवजे की मांग की है।
जनपद पंचायत सिवनी के अन्तर्गत ग्राम पंचायत छिंदग्वार व आसपास के गांव चंदौरी, नकटियां समेत अन्य गांव में हाल ही के दिनों में चली आंधी-तूफान से मक्के की फसलें बुरी तरह से चौपट हो गई है। वहीं कुछ किसानों के खेतों में लगी सोयाबीन की फसलें अवर्षा के चलते व फसलों में कीट-व्याधी का प्रकोप, पीलामोजेक रोग आदि से नष्ट हो गई है। किसानों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि अब वे क्या करें।
ग्राम छिंदग्वार, चंदौरी के ग्रामवासियों में अर्जुन मालवी, ईश्वर दयाल मालवी, प्रयाग डहेरिया, दिनेश डहेरिया, ईश्वरी मालवी, हेमा, गोमती मालवीय, ब्रह्मपति उईके, शांतिबाई उइके, भागवती उईके आदि ने बताया कि गांव के कई किसानों की मक्का, सोयाबीन, मूंग आदि फसलें अवर्षा, रोग व आंधी-तूफान से नष्ट हो गई हैं। सोयाबीन पूरी तरह से काला पड़ गया है। सोयाबीन में लगी फल्ली, फल सड़कर, टूटकर जमीन में गिर रहे हैं। वहीं किसानों ने बताया कि अवर्षा से सोयाबीन की फसल तो पहले ही नष्ट हो गई थी, लेकिन मक्का की फसल से जो थोड़ी बहुत आस थी वह तेज हवाओं के चलने से मक्का के पौधें खेत में टूटकर जमीन में बिछ जाने से वह भी नहीं रही। किसानों का काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने उच्चाधिकारियों से मांग की है कि क्षतिग्रस्त फसलों का शीघ्र ही सर्वे कराया जाए और समय पर उचित मुआवजा दिया जाए।
जिले के आठों विकासखणड के ग्राम क्षेत्रों के कई गांव के किसान अवर्षा से नष्ट हुई फसल से बर्बाद हो चुके हैं। वहीं विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक संगठनों द्वारा किसान हितों में जिले को सूखा घोषित किए जाने की मांग लगातार की जा रही है।