सिवनीPublished: May 05, 2018 12:44:02 pm
santosh dubey
जनसंवाद के जरिए बरगी बांध प्रभावितों को संगठित करने की तैयारी
सिवनी. बरगी बांध से प्रभावित हुए हजारों परिवारों का दु:ख दर्द समझने तथा उनकी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाने के उद्देश्य विगत चार मई को घंसौर के नर्मदा तट पर स्थित अनकवाड़ा ग्राम मैं नर्मदा जनसंवाद का कार्यक्रम नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर के नेतृत्व में घंसौर में आयोजित किया गया। जहां उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने आगामी दिनों में पूरी ताकत के साथ सरकार के समक्ष डूब प्रभावितों की मांगों को रखने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि नर्मदा घाटी के लिए संघर्ष जारी रहेगा जिसे नर्मदा बचाओ आंदोलन का दूसरा अंक कहा जाए तो उचित होगा। बीजासेन और बरगी बांध की महिलाओं के वर्षों पुरानी संघर्ष को याद करते हुए क्षेत्र के लिए उनके बलिदान को सलाम किया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 के बाद सरकार ने बरगी बांध को ठेकेदार के हवाले कर दिया जिसके बाद हजारों परिवारों के लिए रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया जमीन हमारी, पानी हमारा, तो मछलियां भी हमारी होनी चाहिए। सरकार हमारी जमीनों का पानी बड़ी-बड़ी कंपनियों को बेच रही है। पूंजीपति मालामाल हो रहे हैं और ना पानी मिला ना रोजगार और ना ही स्थाई ठिकाना पुनर्वास नीति के नाम पर प्रभावितों को सरकारें गुमराह करती रही पुनर्वास नीति का सरकार को पालन करना होगा बरगी बांध का ठेका तत्काल निरस्त कर मत्स्य संघ को स्थाई ठेका दिए जाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि चुटका परमाणु संयंत्र के संभावित खतरे को देखते हुए संयंत्र की स्थापना तत्काल रोकी जानी चाहिए आगामी दिनों में भारी संख्या मैं भोपाल पहुंचकर संघर्ष का हिस्सा बनने की बात कही तथा महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया कर्जमाफी कृषि उपज केंद्र खरीदी मूल्य बढ़ाने सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की नर्मदा जन संवाद का कार्यक्रम विगत माह अप्रैल से प्रारंभ किया गया है। भरूच बड़वानी के बाद सिवनी के घंसौर अनकवाड़ा में जनसंवाद का यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल होने राजकुमार सिन्हा, जयंत वर्मा, राजेश तिवारी, पुनाराम पाठकए नवरत्न दुबे व ग्राम अनकवाड़ा, करहैया, बीजासेन, गाड़ाघाट, प्रतापगढ़, चुटका, धूमामाल करैया सहित दर्जनों ग्रामीणों मौजूद थे।