यहां के टीचर खुद करते हैं स्कूल व टायलेट की सफाई
सिवनीPublished: Aug 23, 2019 11:53:05 am
घंसौर बीआरसीसी ने शिक्षक का किया सम्मान
कहीं स्कूल टाइम पर ताला, कहीं शिक्षक ही गैरहाजिर
सिवनी. जबलपुर संभागीय आयुक्त राजेश बहुगुणा ने बैठक के दौरान शिक्षकों को शालाओं की नियमित स्वच्छता के लिए प्रेरित किया था। इसे अभियान के रूप में घंसौर बीआरसीसी मनीष मिश्रा व स्टॉफ द्वारा अभियान के रूप में सतत संचालित किया जा रहा है। इसी के तहत क्षेत्र की प्राथमिक, माध्यमिक शालाओं में प्रधानपाठक, शिक्षकों को प्रेरित कर स्वयं शाला में नियमित स्वच्छता कार्य करने कहा जा रहा है। इसके सार्थक प्रभाव भी क्षेत्रीय शालाओं में दिखाई दे रहे हैं।
घंसौर बीआरसीसी मिश्रा ने कहा कि कलेक्टर प्रवीण सिंह, जिला पंचायत सीइओ सुनील दुबे की मंशानुसार सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम, जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल, डीपीसी जगदीश इड़पाचे के मार्गदर्शन में घंसौर विकासखंड क्षेत्र में सभी शिक्षक स्वच्छता की अलख जगाने का कार्य कर रहे हैं।
बताया कि घंसौर विकास खंड के शिक्षक तन, मन, धन से जुटे हैं। जहां युवा शिक्षक उत्साह से काम कर रहे हैं, वहीं उम्रदराज शिक्षक, कर्मी भी पीछे नहीं है। बताया कि निरीक्षण के दौरान ऐसे ही सेवाभावी शिक्षक स्वच्छता कार्य में जुटे मिले। मामला प्राथमिक शाला कुर्मीठेल माल गांव का है। यहां के 60 वर्ष उम्र पार कर चुके शिक्षक चुरामन सिंह मार्को, जो कि शारीरिक समस्या के कारण सीधे होकर चल भी नही सकते। उन्होंने एक मिशाल पेश की है।
शिक्षक के सेवाकार्य से प्रभावित होकर बीआरसीसी मिश्रा ने इस प्रेरणादायक कार्य के लिए स्वयं व जन शिक्षा केंद्र प्रभारी राकेश अहिरवार, भुवन मेश्राम, रंगलाल यादव के साथ उक्त शिक्षक का सम्मान करने पहुंचे। स्मृति चिन्ह, शॉल एवं श्रीफल से शिक्षक का सम्मान किया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने व दीर्घायु होने की कामना की।
इसी तरह प्राथमिक, माध्यमिक शाला पटरी के प्रभारी हुकुमचंद नेमा, बिनेकी खुर्द के प्रभारी बिपत लाल तेकाम, इमली टोला के प्रीत लाल यादव, बिनेकी कला के कंचन बरकड़े, हाइस्कूल कटिया कि कृष्णकांत श्रीवास्तव, बिनय बिसेन, प्रभारी प्राचार्य पद्दीकोना के बलराम पटेल, झनक पटेल, अनिल पटेल आदि अन्य शिक्षक स्वयं विद्यालय व शौचालय की स्वच्छता बनाए रखने में सहयोगी बन रहे हैं। शाला में नारे लिखाए गए हैं व बच्चों को सिखाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि मेरा घर मेरा विद्यालय। मेरे बच्चे, स्वच्छ शौचालय। बीआरसीसी मिश्रा ने बताया कि बेहतर कार्य कर रहे शिक्षकों को उचित मंच पर सम्मानित किया जा रहा है, जिससे शिक्षकों के बीच कार्य का उत्साह दिख रहा है।