scriptआठ घंटे स्कूल लगाने के आदेश का बढ़ रहा विरोध | There was increasing opposition to the order to set up school for eigh | Patrika News

आठ घंटे स्कूल लगाने के आदेश का बढ़ रहा विरोध

locationसिवनीPublished: Mar 15, 2021 08:18:34 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

फिर आंदोलन की तैयारी कर रहे शिक्षक संघ

बोर्ड परीक्षा - आठ अतिसंवेदनशील, दो परीक्षा केन्द्र होंगे संवेदनशील

बोर्ड परीक्षा – आठ अतिसंवेदनशील, दो परीक्षा केन्द्र होंगे संवेदनशील

सिवनी. शासकीय स्कूलों को प्रात: ९ बजे से शाम ५ बजे तक लगाए जाने, क्र्रमोन्नति वेतनमान को निरस्त किए जाने के विरोध में लगातार शिक्षक संगठन व राजनीतिक दल सामने आ रहे हैं। प्रांतीय शिक्षक संघ, मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने भी शासन के आदेशों पर नाराजगी जाहिर की है। कहा कि आदेश वापसी न लिए जाने की स्थिति में आंदोलन किया जा सकता है। गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस, राज्य अध्यापक संघ ने भी स्कूलों के समय को सुबह ९ से शाम ५ बजे तक किए जाने पर आपत्ति दर्ज कराते आदेश को स्थगित किए जाने को कहा है।
प्रांतीय शिक्षक संघ, मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ जिला अध्यक्ष श्रवण कुमार डहरवाल ने कहा कि सेवा शर्तों में जब क्रमोन्नति एवं पदोन्नति उदाहरण सहित स्पष्ट कर दिया गया तो फिर निरस्त करने का क्या औचित्य है। बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल की आयुक्त जयश्री कियावत ने अपने आदेश से दिनांक 01 जुलसई 2018 को या इसके बाद 12 वर्ष सेवाकाल पूर्ण होने पर नवीन शिक्षक संवर्ग को क्रमोन्नति वेतनमान को स्थगित कर दिया है। इसमें कहा गया है कि शासन के बगैर सक्षम निर्देश के जारी आदेश नियमाकुल नहीं है। कहा कि इस आदेश से क्रमोन्नति को उलझाया गया है। नवीन शिक्षक संवर्ग को तय समय-सीमा के बाद क्रमोन्नति देना ही है। तकनीकी खामी के चलते सक्षम अधिकारियों से आदेश व अनुमोदन लिया जाना चाहिए।
बताया कि प्रशासकीय प्रावधानों की पूर्ति करके दी गई क्रमोन्नति को निरंतर रखा जाना चाहिए न कि स्थगित किया जाए। लगभग दो वर्ष बाद आदेशों के निहितार्थ निकालकर शिक्षकों को देय क्रमोन्नति को स्थगित करने से नवीन शिक्षक संवर्ग आक्रोशित व कुपित है। क्रमोन्नति वेतनमान शिक्षकों ने अपने आप लागू नहीं कर लिए है। शासन-प्रशासन को अपने आदेशों की तकनीकी बारीकियों व खामियों को दूर करना चाहिए। पहले ही कोविड-19 के चलते डीए, वेतनवृद्धि व एरियर रूका हुआ है।
शिक्षकों को परेशान करने का आरोप
संघ के माध्यम से जिला अध्यक्ष ने कहा कि सुबह 9 से शाम 5 बजे तक का स्कूल लगाए जाने के आदेश जारी हुए हैं। इससे बच्चों की भलाई तो समझ नहीं आ रही है लेकिन शिक्षकों को परेशान करने के लिए यह जरूर है। कहा कि क्या छात्र-छात्राएं 9 से 5 संस्था में बैठ पाएंगे, क्या उन्हें भूख-प्यास और गर्मी नहीं लगती। शासन इस प्रकार का व्यावहारिक आदेश ना जाने क्यों करता है शिक्षक लगातार मेहनत कर छात्रों की जहां गुणवत्ता एवं पढ़ाई पर ध्यान दे रहा है वही ना जाने उच्चतर कार्यालय में बैठे अधिकारियों को ऐसा क्यों लगता है कि शिक्षक लापरवाह है, उन्हें लगातार परेशान करने के लिए कुछ ना कुछ अव्यवहारिक आदेश दिए जाते हैं।
कहा कि शासन की दोनों ही आदेशों को लेकर शिक्षा विभाग एवं अध्यापक संवर्ग में आक्रोश व्याप्त हो गया है। आरोप लगाया कि शासन आर्थिक लाभ से वंचित कर शिक्षकों को लगातार परेशान कर रहा है
संघ के जिला अध्यक्ष डहरवाल, प्रांतीय शिक्षक संघ के जिला सचिव अविनाश तिवारी, मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के सचिव अनिल राजपूत, संघ के राजकुमार बघेल, पुरानी पेंशन बहाली संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र बघेल, संघ के प्रेम गगन सनोडिया, इंद्र कुमार सनोडिया, मनीष तिवारी, मुकेश ठाकुर, मनीराम वैश्य, विजय अभिषेक, ब्लॉक अध्यक्ष रविंद्र ठाकुर, रघुवीर चौधरी, बेनी पटली, बसंत सनोडिया, कृष्ण कुमार गोल्हानी, पंतलाल मर्रापा, मनोज यादव, रघुवंशा पन्द्रे, तान सिंह पटेल, भारती पटवा, गायत्री तिवारी, प्रीति बख्शी, अनिल डहरवाल, संजय करवेति, दौलत राम वर्मा आदि पदाधिकारियों द्वारा आगे आंदोलन की रणनीति तय कर बड़े आंदोलन की तैयारी करना प्रारंभ कर दिया है।
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