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हर विद्यार्थी को शिक्षा में बेस्ट बनाएगा ये फॉर्मूला

locationसिवनीPublished: Apr 13, 2018 12:13:55 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

-प्रमुख सचिव, आयुक्त की कार्यशाला में शामिल हुए सिवनी के शिक्षक शिक्षक पंकज तिवारी

These formulas will make every student the best in education.
सिवनी. सिवनी के एक शिक्षक की गणित पढ़ाने, समझाने की युक्ति से स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुकर्जी भी इस कदर प्रभावित हैं, कि इस शिक्षण सत्र में प्रदेश के सभी प्राथमिक, माध्यमिक शाला के शिक्षकों को इसी तरह से पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने की तैयारी है। सिवनी के शिक्षक पंकज तिवारी को भोपाल बुलाया गया है। यहां प्रमुख सचिव, आयुक्त व विषय विशेषज्ञों की टीम कक्षा एक से आठ तक की गणित, हिन्दी को बच्चों के बीच सरलता से समझाने के उपायों पर समीक्षा कर रही है। इस फॉमूले के तहत बच्चों की पिछली कक्षा की कमजोरी को दूर करते हुए आगे की शिक्षा तय की जाएगी।
राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा भोपाल में १० से १३ अपै्रल तक कार्यशाला आयोजित की है। इसमें प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग दीप्ति गौड़ मुकर्जी, आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र लोकेश जाटव, एनसीईआरटी के विशेषज्ञों सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अपने तरीके से शिक्षा को रोचक व आसान ढंग से पढ़ाने, समझाने वाले ८ चुनिंदा शिक्षक शामिल हुए हैं। इसमें सिवनी जिले से एक शिक्षक पंकज तिवारी को शामिल किया गया है।
सिवनी के शासकीय उर्दू हायर सेकेण्डरी स्कूल में पदस्थ शिक्षक पंकज तिवारी ने बताया कि कक्षा एक से आठ तक की शिक्षा पाने की उत्सुकता हर बच्चे में बढ़ाने के उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित है। यहां गणित, हिन्दी जैसे विषय को बच्चों को पढ़ाने, समझाने और बच्चों द्वारा आसानी से समझा जा सके, ऐसी गतिविधियों को लेकर समीक्षा की जा रही है।
यहां तैयार किए गए फार्मूले को इसी शिक्षण सत्र में जुलाई महीने से अमल में लाया जाएगा। इसके तहत प्रतिदिन स्कूली बच्चों को मनोरंजक, रोचक ढंग से पिछली कक्षाओं की जो कमजोरी है, उनको दूर करने पढ़ाया-समझाया जाएगा, अगले दिन कक्षा आरंभ होने पर सर्वप्रथम उन्हीं प्रश्न को हल कराकर यह जानने का प्रयास होगा, कि बच्चों ने कितना सीखा है। इस तरह उनकी कमियों को दूर करते हुए साथ-साथ सीखने, समझने और शिक्षा में आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
कालखण्ड का घटाया जाएगा समय –
तय हुआ हुआ है कि इस नए फॉर्मूले पर काम करने के लिए स्कूल टाइम में से ही एक घंटा निकाला जाएगा। स्कूल टाइम में जो ६ पीरियड ४५-४५ मिनट के होते हैं, उनको ४० मिनट का किया जाएगा। इसके अलावा मध्यान्ह भोजन और अन्य गतिविधि के निर्धारित समय में कटौती करते हुए निकाले गए एक घंटे के समय में से गणित व हिन्दी विषय के लिए आधा-आधा घंटा दिया जाएगा।

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