महंगी शिक्षा को बताया संविधान विरोधी
लाइबे्ररी का हुआ आरम्भ, निकाली रैली, दिया संदेश
महंगी शिक्षा को बताया संविधान विरोधी
सिवनी. जब देश के किसी हिस्से में संविधान विरोधी कृत्य किया जाता है तो उसे देशद्रोही कहा जाता है, लेकिन पूरे देश में मंहगी शिक्षा का जाल आम जनता को कई प्रकार से लूट रहा है, जबकि संविधान में नि:शुल्क स्कूली शिक्षा का कानून बनाकर डॉ. आम्बेडकर ने समानता की आधारशिला रखी थी, लेकिन महंगी शिक्षा ने समानता की इस बुनियाद को हिला दिया। महंगी शिक्षा संविधान विरोधी है। इस आशय की अवधारणा को महंगी शिक्षा के खिलाफ निकाली गई रैली को नीला झंडा और नीली जॉकेट पहनकर डॉ. एलके देशभरतार ने नगर भ्रमण की ओर अग्रेषित किया।
जानकारी देते हुए रविदास शिक्षा मिशन के अध्यक्ष रघुवीर अहरवाल ने बताया कि आम्बेडकर वार्ड मंगलीपेठ में स्थित डॉ. आम्बेडकर लाइब्रेरी में डॉ. अम्बेडकर जयंती के अवसर पर तथागत गौतम बुद्ध, संत रविदास एवं डॉ. अम्बेडकर के छायाचित्र पर सभी ने माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर डॉ. देशभरतार ने विशेष रूप से ग्रीष्म अवकाश के लिए डॉ. आम्बेडकर लाईब्रेरी को एक हजार रुपए की पुस्तकें भेंट कर उसका आरंभ किया। इसके उपरांत मंहगी शिक्षा, महंगा इलाज, पूरे देश में डाकू राज, संदेश से अंकित जॉकेट पहनकर अन्य लोगों के बीच महंगी शिक्षा विरोधी रैली को नीला झंडा और जय भीम के उद्घोष के साथ नगर भ्रमण किया।
नगर भ्रमण के दौरान महंगी शिक्षा विरोधी यह रैली आम जनता के लिये आकर्षण का केन्द्र रही। यह रैली ने नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरते हुए नागवंशीय बाबा की मढिय़ा में, वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर, डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पुष्पहार अर्पित किए। इसके उपरांत रैली जीएन रोड होते हुए वापस डॉण् अम्बेडकर लाईब्रेरी पहुंची व समापन हुआ।
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