जंगल के राजा टाइगर को नजदीक से देख पा रहे हैं पर्यटक
सिवनीPublished: Jul 06, 2022 08:53:27 pm
पेंच पार्क में हैं 80 बाघ, बफर में सफर व नेचर ट्रेल का लुत्फ उठा रहे सैलानी
जंगल के राजा टाइगर को नजदीक से देख पा रहे हैं पर्यटक
सिवनी. पेंच टाइगर रिजर्व के बफर के सफर में आने वाले सैलानियों को न सिर्फ जंगल का राजा टाइगर दिखाई दे रहा है, बल्कि तेंदुआ, बायसन, हिरण और दूसरे वन्यप्राणी दिखाई दे रहे हैं। पिछले साल की तुलना में पर्यटकों की संख्या तीन गुनी बढ़ गई है। मानसून शुरू होने के बाद भी पर्यटकों में जंगल सफारी का उत्साह है। नाइट सफारी कर रहे पर्यटकों को खवासा बफर में तेलिया बाघिन के दो शावक अठखेलियां करते दिखाई दे रहे हैं। कोर एरिया के गेट बंद होने के बाद पेंच राष्ट्रीय उद्यान के बफर एरिया सफारी करने पहुंच रहे पर्यटकों को लुभावने दृश्य देखने को मिल रहे हैं।
पेंच पार्क प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2020-21 में बफर क्षेत्र में 20799 पर्यटकों ने जंगल की सैर की थी। जबकि इस साल 2021-22 में पर्यटकों की संख्या बढ़कर 66458 हो गई है। खवासा गेट, तेलिया नेचर ट्रेल, घाटकोहका, रुखड़ व कुंभपानी आदि बफर क्षेत्रों में अब बड़ी संख्या में सैलानी बफर में सफर व नेचर ट्रेल का लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं। बफर में नेचर ट्रेल,ए नाइट सफारी, मचान में कैंपिंग, साइकिलिंग आदि गतिविधियां भी सैलानियों को आकर्षित कर रही है। बफर में सफर को बढ़ावा मिलने से ना केवल पार्क प्रबंधन की आय बढ़ रही है बल्कि बफर क्षेत्र में स्थित गांव के लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। खवासा और रूखड़ बफर में सबसे ज्यादा पर्यटक बफर जंगल की सैर करने पहुंच रहे हैं।
पेंच राष्ट्रीय उद्यान में इस समय शावक समेत करीब 80 बाघ हैं। वर्ष 2018 की गणना में पेंच राष्ट्रीय उद्यान में 56 वयस्क बाघ पाए गए थे। साथ ही 127 तेंदुए पाए गए थे। अब इनकी संख्या बढ़ गई है। यही कारण है कि सुबह व शाम की सफारी में जाने वाले अधिकांश सैलानियों को बाघ व तेंदुआ के करीब से दीदार हो रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक पेंच टाइगर रिजर्व में शावकों को जन्म देने वाली 14 से 15 बाघिन मौजूद हैं। इसमें से कुछ बाघिन के साथ शावक हैं, लेकिन पर्यटन एरिया सीमित होने के कारण पर्यटक सभी बाघिन व उनके शावकों को नहीं देख पाते।