पटेल ने कहा कि हम राजनीति में हैं। जब मतदाता के पास वोट मांगने जाते हैं, तो आग्रह करते हैं, पैर पड़ते हैं। जिसका मैं बहुत बड़ा विरोधी हूं। मैं हमेशा कहता हूं अपनी उम्र से बड़े व्यक्ति के पैर छूओ, बाकी के पैर छूने का कोई कारण नहीं है। लेकिन ये गलत परम्परा बन गई है। जो कार्यकर्ता, नेता प्रत्याशी के साथ चलते हैं, वो भी उंगली करते हैं, कहते हैं सामने आने वाले हर एक व्यक्ति का पैर पड़ो। ये वोट मांगने का आधार नहीं है। पटेल ने कहा मैं मानता हूं कि वोट के लिए अपने से उम्र में छोटे लोगों के भी पैर पडऩे की ये गलत राजनीति है। ये राजनीति आपको भटकाएगी। बेहतर ये होगा आप विकासशील, ईमानदार, कर्मठ बनकर काम कीजिए, इसके दूरगामी सफल परिणाम होंगे।
कार्यकर्ताओं से कहा कि राजनीति कहीं से सीखने की जरूरत नहीं है। वर्ष २०१४ तक इस देश में लोगों का नेताओं पर भरोसा नहीं था। राजनीतिक पार्टियों पर लोग उंगलियां उठाते थे। जनता ने जब भाजपा को चुना मोदी सरकार बनाया, तब से लोगों का राजनीति पर विश्वास बढ़ा है।
राजनेताओं को बहुत सम्भलकर बोलना चाहिए
उदयपुर की घटना पर केन्द्रीय मंत्री पटेल ने कहा उदयपुर की घटना को वहां के मुख्यमंत्री ने भी आतंकी घटना माना है। लेकिन अब तक राहुल गांधी को समझ में नहीं आ रहा है। कहा कि मैं मानता हूं, उच्चतम न्यायालय ने जो टिप्पड़ी की है, उस पर किसी भी राजनेता को बहुत सम्भलकर बोलना चाहिए। संवैधानिक मान्यता, सांस्कृतिक विरासत को उदयपुर की घटना से गहरा आघात पहुंचा है।
सीवर लाइन नगर के लिए अहम जरूरत
पटेल ने प्रेसवार्ता में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा नगरीय क्षेत्र के विकास के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं के संबंध में भी अपनी बात रखी। पेयजल व्यवस्था के संबंध में कहा किए जल जीवन मिशन के माध्यम से जिले के स्रोत विहीन क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराया जाएगा। सिवनी नगर पालिका चुनाव को लेकर कहा कि सिवनी विकास का मॉडल होगा। वर्षा एवं दैनिक उपयोग में लाए जाने वाले पानी का पुन: उपयोग करना समय की आवश्यकता है। सीवर लाइन अब नगरों के लिए महत्वपूर्ण जरूरतें बन गई हैं जिसे भाजपा की केंद्र सरकार पूर्ण करने का प्रयास कर रही है। पटेल ने तीन तलाक, अयोध्या प्रकरण का शांतिपूर्ण समाधान, प्रधानमंत्री सड़क से लेकर रोजमर्रा की जरूरतों तक समग्र विकास का जिक्र करते हुए २०२४ तक हर घर तक जल पहुंचाने की बात कही।
इधर चल रही सभा, उधर खाने के लिए खींचतान
जिला भाजपा की चुनावी सभा में शहर के विभिन्न वार्डों के प्रत्याशी और उनके साथ कार्यकर्ता आए हुए थे। जब सभा आरम्भ हुई और केन्द्रीय मंत्री पटेल कार्यकर्ताओं को अनुशासन और सेवाभाव से कार्य करने का पाठ पढ़ा रहे थे, तभी कार्यकर्ता मंच के ठीक पीछे खाने के स्टॉल पर हाथों में प्लेट लिए खाना लेने के लिए खींचतान कर रहे थे। कई स्थानीय नेता भी इस भीड़ का हिस्सा बने जल्दी से जल्दी खाने की जुगत में खींचतान का हिस्सा बने नजर आए।
कार्यकर्ताओं से कहा कि राजनीति कहीं से सीखने की जरूरत नहीं है। वर्ष २०१४ तक इस देश में लोगों का नेताओं पर भरोसा नहीं था। राजनीतिक पार्टियों पर लोग उंगलियां उठाते थे। जनता ने जब भाजपा को चुना मोदी सरकार बनाया, तब से लोगों का राजनीति पर विश्वास बढ़ा है।
राजनेताओं को बहुत सम्भलकर बोलना चाहिए
उदयपुर की घटना पर केन्द्रीय मंत्री पटेल ने कहा उदयपुर की घटना को वहां के मुख्यमंत्री ने भी आतंकी घटना माना है। लेकिन अब तक राहुल गांधी को समझ में नहीं आ रहा है। कहा कि मैं मानता हूं, उच्चतम न्यायालय ने जो टिप्पड़ी की है, उस पर किसी भी राजनेता को बहुत सम्भलकर बोलना चाहिए। संवैधानिक मान्यता, सांस्कृतिक विरासत को उदयपुर की घटना से गहरा आघात पहुंचा है।
सीवर लाइन नगर के लिए अहम जरूरत
पटेल ने प्रेसवार्ता में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा नगरीय क्षेत्र के विकास के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं के संबंध में भी अपनी बात रखी। पेयजल व्यवस्था के संबंध में कहा किए जल जीवन मिशन के माध्यम से जिले के स्रोत विहीन क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराया जाएगा। सिवनी नगर पालिका चुनाव को लेकर कहा कि सिवनी विकास का मॉडल होगा। वर्षा एवं दैनिक उपयोग में लाए जाने वाले पानी का पुन: उपयोग करना समय की आवश्यकता है। सीवर लाइन अब नगरों के लिए महत्वपूर्ण जरूरतें बन गई हैं जिसे भाजपा की केंद्र सरकार पूर्ण करने का प्रयास कर रही है। पटेल ने तीन तलाक, अयोध्या प्रकरण का शांतिपूर्ण समाधान, प्रधानमंत्री सड़क से लेकर रोजमर्रा की जरूरतों तक समग्र विकास का जिक्र करते हुए २०२४ तक हर घर तक जल पहुंचाने की बात कही।
इधर चल रही सभा, उधर खाने के लिए खींचतान
जिला भाजपा की चुनावी सभा में शहर के विभिन्न वार्डों के प्रत्याशी और उनके साथ कार्यकर्ता आए हुए थे। जब सभा आरम्भ हुई और केन्द्रीय मंत्री पटेल कार्यकर्ताओं को अनुशासन और सेवाभाव से कार्य करने का पाठ पढ़ा रहे थे, तभी कार्यकर्ता मंच के ठीक पीछे खाने के स्टॉल पर हाथों में प्लेट लिए खाना लेने के लिए खींचतान कर रहे थे। कई स्थानीय नेता भी इस भीड़ का हिस्सा बने जल्दी से जल्दी खाने की जुगत में खींचतान का हिस्सा बने नजर आए।