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15 साल से एक पानी की टंकी को नसीब नहीं हुआ पानी

locationसिवनीPublished: Sep 13, 2018 01:41:20 pm

Submitted by:

akhilesh thakur

10 वर्षों से अधर में लटका दो पानी टंकी का काम

water crisis

15 साल से एक पानी की टंकी को नसीब नहीं हुआ पानी

सिवनी. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जिम्मेदारी लोगों को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल देने की है। गांव-गांव में पेयजल की समस्या को समाप्त करने के लिए टंकी बनाना, हैंडपंप सोलर पंप इत्यादि कार्य योजना बनाकर गांव में पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। इसको लेकर लाखों करोड़ों रुपए भी सरकार द्वारा खर्च किए जा रहे हैं। यदि छपारा विकासखंड में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जमीनी हकीकत देखी जाए तो पेयजल मुहैया कराने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए गए, लेकिन उनका फायदा ग्रामीणों को नहीं मिला। इसका जीता जागता उदाहरण छपारा क्षेत्र के तीन ग्राम पंचायतों में आसानी से देखा जा सकता है।
केवलारी विधानसभा का सरनडिया ग्राम और सिवनी विधानसभा के देवरी ग्राम में 6 साल पूर्व पानी की टंकी बनाने का ठेका विभाग ने रीवा के की एक निर्माणदायी कंपनी को दिया था। आधा अधूरा निर्माण छोड़कर ठेकेदार भाग गया। देवरी और सरनडिया ग्राम में आधा अधूरा निर्माण आसानी से देखा जा सकता है। विभागीय अधिकारियों ने ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए वसूली की कार्रवाई के लिए पत्राचार कर दिया है, लेकिन आज भी दोनों गांव में टंकी का निर्माण नहीं हो पाया है। इससे लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी शासन की मंशा पूरी नहीं हुई है।
तीसरा दिलचस्प मामला टंकी निर्माण भीमगढ़ ग्राम का है, जहां टंकी खुद पानी पीने के लिए प्यासी है। निर्माण के 15 वर्ष बाद भी इसको पानी नसीब नहीं हो पाया है। ग्राम पंचायत भीमगढ़ के सरपंच बसंत कुशराम बताते हैं कि एक बार टंकी को भरा गया था, जो कई जगह लीकेज हो रही थी। इसके बाद विभाग ने टंकी के दुबारा नहीं देखा। पानी की टंकी निर्माण होने के बाद भीमगढ़वासियों को उम्मीद जगी थी कि पानी टंकी से भरा जाएगा। बिजली बंद रहने पर भी गांव में पर्याप्त पानी की सप्लाई टंकी से होगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
यहां ग्रामीणों को वर्तमान में कुएं और बोर के पानी की सप्लाई की जा रही है। इस मामले में बड़ा सवाल यह है कि टंकी निर्माण में लापरवाही करने वाले तकनीकी अमला पर ठेकेदार आज तक कोई कार्रवाई नहीं किए, लेकिन लापरवाही से टंकी बनाने के नाम पर लाखों रुपए की बर्बादी हो गई। टंकी से दो घूट पानी पीने को नसीब नहीं हो पाया। ग्रामों में पानी की किल्लत बनी हुई है। गर्मी के दिन आते-आते पानी की किल्लत शुरू हो जाती है। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों के बताए अनुसार जब-जब विधायक और सांसद क्षेत्र में दौरा करने पहुंचे उनको लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की इस लापरवाही से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में विधायक और सांसदों की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं।
10 वर्ष से अधूरी है टंकी
ग्राम सरनडिया में 10 वर्ष पूर्व ठेकेदार टंकी का निर्माण कार्य अधूरा छोड़कर भाग गया। इस मामले में सांसद, विधायक व संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
– उर्मिला मर्सकोले, सरपंच ग्राम पंचायत खुर्सीपार
15 वर्ष बाद भी नहीं हो रहा टंकी का उपयोग
भीमगढ़ ग्राम में बीते 15 वर्षों से पानी की टंकी का निर्माण लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कराया है, जो आज तक उपयोग में नहीं आ रही है। संबंधित अधिकारियों को इसकी लिखित में सूचना दी गई है।
– बलवंत कुशराम, सरपंच ग्राम पंचायत भीमगढ़
टंकी निर्माण कार्य पूरा नहीं
10 सालों से टंकी अधूरी छोड़कर भागे ठेकेदार ने टंकी का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया है। गर्मी के दिनों में पानी की भारी किल्लत होती है। इसको लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और संबंधित अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है। लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं।
– चमरू तेकाम, सरपंच ग्राम पंचायत देवरीकला

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