सिवनीPublished: Aug 02, 2019 12:12:36 pm
santosh dubey
दो साल से नहीं जमा हुआ था बिल, 35 हजार बिल देख काटी लाइन
जहां टार्च की रोशन से हुई थी डिलेवरी उस अस्पताल की बिजली बहाल
किंदरई(सिवनी). विकासखण्ड घंसौर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र भिलाई में अस्पताल का बिजली बिल 35 हजार रुपए जमा नहीं होने के बाद से विद्युत कर्मी ने यहां की लाइट काट दी थी। हालांकि आवश्यक सेवा की श्रेणी में आने वाले अस्पताल की लाइट काटे जाने के मामले में कनिष्ट अभियंता का कहना है कि बारिश में केबल खराबी व कार्बन आने के कारण लाइट बंद थी। बकाया बिजली बिल जमा हुआ है कि नहीं इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है।
इमरजेंसी लाइट (टार्च) की रोशनी से हुई थी डिलेवरी
उप स्वास्थ्य केंद्र का प्रतिमाह औसत बिजली बिल छह- सात रुपए प्रतिमाह के हिसाब से आता है। इस मामले में कनिष्ठ अभियंता ने बताया कि लगभग डेढ़-दो साल से स्वास्थ्य केंद्र का बिजली बिल बकाया था जो बढ़कर लगभग 35 हजार पहुंच गया था। ऐसे में लाइनमेन जब बिजली सुधार कार्य करने पहुंचा और बिजली बिल का भारी भरकम बकाया बिल देखा तो हो सकता है उसने बिलिंग के चक्कर में लाइन काट दी हो। स्वास्थ्य केंद्र में अंधेरा छाया था। इसी बीच सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि ग्राम खमदेही गांव से प्रसव पीड़ा से ग्रसित गर्भवती महिला की डिलेवरी अंधेरे में हुई। यह तो गनीमत थी बारिश के चलते पीडि़त महिला के पति ने अपने घर से इमरजेंसी लाइट (टार्च) साथ लेकर आया था जिससे पदस्थ एएनएम ने प्रसव की अत्यधिक पीड़ा से ग्रसित गर्भवती महिला की डिलेवरी कराई।
बुधवार को बिजली की रोशन से हुई डिलेवरी
पत्रिका में टॉर्च की रोशनी में हुआ प्रसव शीर्षक से खबर का प्रकाशन बुधवार को किया गया। खबर लगने के बाद बुधवार को ही आनन-फानन में अति आवश्यक सेवा वाले विभाग अस्पताल की लाइट चालू कर दी गई। साथ ही बुधवार को ग्राम खमदेही से आई एक अन्य महिला सुमन पति शशि विश्वकर्मा की डिलेवरी हुई।
इनका कहना है
उप स्वास्थ्य केंद्र भिलाई का लगभग 35 हजार बिजली बिल बकाया है। लाइन मेन केबल सुधार कार्य में गया था। जिसके चलते लाइट बंद थी। बुधवार सुबह लाइट चालू हो गई है।
मनोज ठाकरे, कनिष्ठ अभियंता
वितरण कम्पनी