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सिवनी के योगेश ने 18 दिन की बच्ची की रक्तदान कर बचाई थी जान, पढि़ए खबर

उस समय परिजनों को हर तरफ दिख रहा था अंधेरा

सिवनीJun 14, 2018 / 01:39 pm

akhilesh thakur

ब्लड डोनेट डे पर मिलिए इन महादानियों से

सिवनी. ‘मौका दीजिए अपने खून को किसी के रगों में बहने का, यह लाजवाब तरीका है कई जिस्म में जिंदा रहने का।Ó सिवनी ब्लड डोनर्स वेबसाइट जिला अस्पताल में रक्त के जरुरतमंदों के लिए हर समय खड़ा रहकर उक्त पंक्ति को चरितार्थ कर रहा है। जरुरत पर ब्लड बैंक के लोग भी इनको याद करते हैं। वेबसाइट के सक्रिय सदस्य योगेश तेकाम चार अप्रैल 2016 को जिला अस्पताल में 18 दिन की नवजात को रक्दतदान कर जान बचा मिसाल कायम कर चुके हैं।
बतौर योगेश उक्त वेबसाइट का सक्रिय सदस्य हूं। बताया कि जिला अस्पताल में चस्पा की गई सूची के मोबाइल नंबर पर मुझे खबर मिली तो मैं उक्त दिवस को मौके पर पहुंचा। पता चला कि नवजात के शरीर में रक्त की कमी है। नवजात को ए पॉजीटिव ब्लड की आवश्यकता थी।
नवजात के परिजनों का कहा है कि उस समय जिला अस्पताल में ब्लड बैंक के सामने लगे सिवनी ब्लड डोनर्स टीम के नम्बर पर काल किया। इसके बाद योगेश आए और ब्लड देकर बेटी (नवजात) की जान बचाई। परिजनों ने योगेश के इस कृत्य की सराहना की थी। वेबसाइट के सक्रिय सदस्य 58 वर्षीय आरके सोनी भी आमागढ़ बकोड़ी निवासी संतोष को रक्तदान कर जान बचाई। गुरुनानक वार्ड निवासी दो बहनें दार्शनिका और श्रृष्टि साहू अब तक दो बार ब्लड दे चुकी है। दोनों ने बताया कि ब्लड देने से खुशी मिलती है। दादू अखिलेंद्र नाथ सिंह ए पॉजीटिव 31 बार, पियुष साहू ए पॉजीटिव 26 बार व संजय मंडल २६ बार रक्तदान कर चुके हैं।

 

जिले में रक्त संग्रह में अव्वल हैं आदेगांव
सिवनी. आदेगांव. लखनादौन विकासखंड के आदेगांव में खेरापति युवा मंच एवं न्यू बहुउद्देशीय कार्यकर्ता संघ के संयुक्त प्रयास से रक्तदान शिविर के माध्यम से 250 नए रक्तदाताओं की सूची तैयार की गई है। ये लोग जरूरतमंद मरीज को रक्तदान करने के लिए आदेगांव से लखनादौन, सिवनी, नरसिंहपुर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नागपुर तक जाते हैं। बिना पहचान के लोगों को रक्त देते हैं। आने-जाने का कोई खर्च नहीं लेते हैैं। ब्लड बैंक को रक्त देने में भी यह ग्र्राम जिले में अव्वल है।
आकड़ों पर गौर करें तो चार सितम्बर 2015 को ब्लड बैंक सिवनी, स्थानीय स्वस्थ्य विभाग प्रशासन व रेडक्रॉस सोसायटी की पहल पर आदेगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। युवाओं ने बढ़चढ़कर रक्तदान किया। इसके एक माह बाद एक अक्टूबर २०15 को आदेगांव में दूसरी बार शिविर का आयोजन हुआ। दोनों शिविर में 104 यूनिट रक्त संग्रह कर ब्लडबैंक भेजा गया था।
उसी समय से खेरापति युवा मंच एवं न्यू बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ के संयुक्त प्रयास से रक्तदान के लिए युवाओं को जागरूक करने का प्रयास शुरू किया गया। वर्तमान में 200 से अधिक रक्तदाता आदेगांव ब्लड डोनर ग्रुप में सक्रिय है। इनके सूची मोबाइल नंबर सहित जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में चस्पा की गई है। इनको सूचना मिलते ही ये लोग मौके पर पहुंच जाते है।
आदेगांव निवासी राजेश तिवारी अब तक 32 बार व देवेन्द्र विश्वकर्मा २८ बार रक्तदान कर चुके हैं। छह सितंबर 2016 को उन्होंने अपनी मां की पुण्यतिथि पर ग्राम में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में तत्कालीन कलेक्टर सहित आलाधिकारी पहुंचे थे। उस समय 219 यूनिट रक्तसंग्रह कर ब्लडबैंक भेजा गया था।

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