सिवनीPublished: Aug 22, 2019 01:49:56 pm
santosh dubey
फाइनल कुश्ती बराबर पर छूटी
पहाड़ी के अखाड़े में पहलवानों ने दिखाए दांव-पेंच
किंदरई/सिवनी. प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी अखाड़ा तीज का आयोजन मुख्यालय घंसौर से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पहाड़ी में रविवार को बड़े ही धूमधाम से कराया गया।
कुश्ती प्रतियोगिता में क्षेत्र से आए जूनियर एवं सीनियर पहलवानों के साथ-साथ जबलपुर, मंडला, सिवनी, बरगी, छतरपुर से आए पहलवानों ने खूब पसीना बहाया। तथा एक से बढ़कर एक दांव पेच दिखाएं। जिसके चलते उपस्थित भारी जनसमुदाय ने काफी लुफ्त उठाया कुश्ती का फाइनल मुकाबला जमुनिया के संतलाल पहलवान एवं संस्कारधानी जबलपुर सेना से आए पहलवान के मध्य खिताबी भिड़ंत हुई दोनों ही पहलवानों ने जमकर पसीना बहाया और लगभग 20 मिनट तक मल युद्ध करते रहे परंतु दोनों पहलवानों के बीच जीत हार का नतीजा नहीं निकल पाया और कुश्ती बराबर पर समाप्त की गई।
गौरतलब है कि क्रांति एकता परिषद के प्रमुख शक्ति सिंह के द्वारा प्रतिवर्ष क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में अखाड़ों का आयोजन किया जाता है जिसकी शुरुआत ग्राम पहाड़ी में तीज के दिन से हुई और आगामी दिनों में भी प्रमुख तिथियों के चलते अलग-अलग ग्रामों में अखाड़ों का आयोजन कराया जाना सुनिश्चित किया गया है। पहाड़ी की अखाड़े की शुरुआत हनुमान जी महाराज की पूजा अर्चना के बाद की गई। सभी पहलवानों को इनाम स्वरूप नगद राशि परिषद की ओर से दी गई। अखाड़ा आयोजन के प्रमुख शक्ति सिंह ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र में छुपी हुई प्रतिभाओं को उभारने तथा युवाओं की मनह स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य प्रतिवर्ष क्रांति एकता परिषद के तत्वावधान में अखाड़ों का आयोजन किया जाता है। साथ ही उन्होंने किन्हीं कारण वश आगामी वर्ष में तीज के दिन पहाड़ी में होने वाला अखाड़ा का आयोजन केवलारी या अन्य कहीं और स्थान पर बड़ी धूमधाम से कराया जावेगा। उनके द्वारा ऐसा क्यों कहा गया। यह चर्चा का विषय बना रहा। अखाड़े में निर्णायक की भूमिका में स्वयं शक्ति सिंह रहे कार्यक्रम में मुख्य रूप से भूपेश गिरी गोस्वामी, टेकलाल धुर्वे, ब्रह्मा, राकेश सिंह सिसोदिया, महेंद्र सोलंकी, राकेश श्रीवास्तव, पूरन चक्रवर्ती, संतोष बर्मन आदि उपस्थित रहे।