scriptलखनादौन सोनोग्राफी केंद्र में मिले लोगों के गलत मोबाइल नम्बर | Wrong mobile number of people found in Lakhanadoun Sonography Center | Patrika News

लखनादौन सोनोग्राफी केंद्र में मिले लोगों के गलत मोबाइल नम्बर

locationसिवनीPublished: Sep 03, 2018 12:27:44 pm

Submitted by:

santosh dubey

सेवासदन अस्पताल को दी कड़ी चेतावनी दी
 

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सिवनी. कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने पीसीपीएनडीटी अधिनियम के क्रियान्वयन के लिए जिले में निरीक्षण दल का गठन किया गया है।
डॉ. केसी मेेशराम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि लखनादौन के सोनोग्राफी केंद्रों का निरीक्षण के लिए अंकुर मेशराम अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की अध्यक्षता में निरीक्षण दल का गठन किया गया है।
जिसमें नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी डॉ. एचपी पटेरिया, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश्वरी कुशराम, डीपीएचएनओ कमला कुमरे आदि सदस्य रखे गए हैं। शुक्रवार को निरीक्षण दल दोपहर 12 बजे लखनादौन स्थित सेवासदन अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचा जिसमें अनुविभागीय अधिकारी अंकुर मेशराम एव नायब तहसीलदार अभिषेक यादव भी उपस्थित रहे। सोनोग्राफी क्लीनिक के निरीक्षण के दौरान पाया कि सभी स्थानो में कन्या भू्रण हत्या रोकने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया है। अंकित किए गए सभी रिकॉर्ड के कालम पूर्ण पाए गए।
डॉ. संजय जैन ने बताया कि उनकी सोनोग्राफी मशीन का पंजीयन 30 अप्रैल 2017 का समाप्त हो गया है उनके द्वारा आनलाइन आवेदन एवं फीस भी प्रस्तुत कर दी गयी है। कलेक्टर सिवनी द्वारा पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण होना शेष है। विगत माह में सेवासदन अस्पताल में 85 गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी का रिकॉर्ड उपलब्ध पाया गया जिसमें संदेहास्पद मरीज महिलाओं को फोन करने पर पाया गया कि वह उनका नम्बर नही है।
ऐसे प्रकरणो में दुर्गा यादव पति विष्णु यादव चारगांव, रजनी यादव पति कृष्ण कुमार यादव समनापुर, कौशल्या परते पति दिलीप परते देवरीकला, तुलसा पति संदीप काकोडिया दरोट के नम्बर गलत अंकित पाए गए। अंकुर मेशराम अनुविभागीय अधिकारी लखनादौन ने सेवासदन अस्पताल को कड़ी चेतावनी दी कि वे भविष्य में मरीज के नम्बर को डायल कर देखने के उपरांत पूर्ण संतुष्ट होने पर ही नम्बर रिकॉर्ड में दर्ज करेगे। यदि मरीज कोई भी नम्बर गलत अंकित कराता है तो उसकी जबाबदेवी सेवासदन अस्पताल पर तय की जाएगी। गलत नम्बर दर्ज होने पर जांच टीम को संदेहास्पद केसो तक पहुंचने में कठिनाई होती है। उन्होंने डॉ. संजय जैन को यह भी अवगत कराया कि भविष्य में भोपाल टीम द्वारा भी केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया जा सकता है जिसमें इंजीनियर द्वारा आपकी मशीन की हार्ड ***** के रिकॉर्ड और संधारित किए जा रहे रिकॉर्ड का मिलान किया जाएगा। यदि कोई भिन्नता आती है तो मशीन का सील कर तुरंत केस पंजीबद्ध किया जाएगा। सभी सोनोग्राफी केन्द्र अपने-अपने रिकॉर्ड का संधारण सही तरीके से करे कोई भी नान रिपोर्टिग केस की सोनोग्राफी न की जाए।

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