जुलाई से नवंबर तक मिला सूखा राशन
प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल के बच्चों को सूखा राशन दिया जा रहा था। इसमें प्राथमिक स्कूल के हर बच्चे को स्वंय सहायता समूह के माध्यम से 100 ग्राम एवं मिडिल स्कूल के हर बच्चे को 150 ग्राम हर दिन के हिसाब से देने का निर्णय लिया गया। इसके बाद जुलाई से नवंबर तक प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल के बच्चों को सूखा राशन दिया गया। इसमें प्राथमिक स्कूल के हर बच्चे को हर दिन के हिसाब से 100 ग्राम सूखा राशन तथा तीन माह का दो किलो दाल एवं 525 ग्राम तेल दिया गया। मिडिल स्कूल के हर बच्चे 150 ग्राम प्रतिदिन सूखा राशन एवं तीन माह का तीन किलो दाल एवं 738 ग्राम तेल दिया गया।
एमडीएम की निगरानी, बनाते हैं पंचनामा
एमडीएम विभाग द्वारा इसकी निगरानी की जाती है। विभाग द्वारा देखा जाता है कि बच्चों को सूखा राशन मिल रहा है कि नहीं। इसके लिए पंचनामा बनवाया जाता है। इसके लिए बकायदा रजिस्टर भी मेंटेन होता है। रजिस्टर पर स्कूल के अध्यापक और स्वंय सहायता समूह के सदस्यों का हस्ताक्षर होता है।
अधिकारियों की दलील: आवंटन रुका, एक साथ आएगा राशन
अधिकारियों की मानें तो दिसंबर से लेकर अभी तक में प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल के बच्चों के लिए सूखा राशन नहीं आया है। पूर्व में इसके लिए पत्राचार भी किया जा चुका है। मुख्यालय से जानकारी आई है कि बच्चों को दिसंबर और जनवरी माह का सूखा राशन मिलेगा।