केस एक
किसान को 28 रुपए फसल नुकसान की मिली बीमा राशि
बनसुकली के लखपति यादव ने साल 2019 में खरीफ फसल धान के लिए बीमा कराया था। इसके लिए उन्हें एक हेक्टेयर पर प्रीमियम राशि के रूप में 448 रुपए जिला सहकारी बैंक में जमा करवाया। इसके बाद जब उनकी धान की फसल को नुकसान हुआ तो इसके लिए सर्वे कराया गया। सर्वे के बाद उनको बीमा कंपनी से फसल नुकसान का बीमा मुआवजा के रूप में मात्र 28 रुपए मिला है। ऐसे में लखपति यादव ने कहा कि इतना पैसा तो बीमा की राशि लेकर आने में किराये में खर्च हो जाएगा। इससे अच्छा होता बीमा की राशि नहीं मिलती।
केस दो
कई बार लगाए चक्कर, किसान को मिला सिर्फ 33 रुपए
खैरहा के विजेन्द्र पटेल ने साल 2019 में खरीफ फसल सोयाबीन के लिए जिला सहकारी बैंक में फसल बीमा कराया था। इसके लिए एक हेक्टेयर के हिसाब से उन्होंने 560 रुपए बीमा की प्रीमियम जमा किया था। इसके बाद सोयाबीन की फसल खराब होने के बाद उनको बीमा कंपनी से मुआवजा के रुप में 33 रुपए मिला है। इस पर विजेन्द्र पटेल ने कहा कि हमने जितना फसल के लिए प्रीमियम जमा किया था, उतना भी फसल का मुआवजा बीमा कंपनी से नहीं मिला। ऐसे में फसल बीमा कराने का क्या फायदा है।