तीन ट्रांसफार्मर भी जले
इसी दौरान आकाशीय बिजली गिरने से शहर में एक तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दो ट्रांसफार्मर जल गए हैं। इन ट्रांसफार्मरों के जलने से गांवों में अंधेरा छा गया है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पोलों के क्षतिग्रस्त हो जाने से कई गांव अंधेरे में डूब गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली अधिकारियों को शीघ्र पोलों की मरम्मत करना चाहिए। इसके अलावा जिन जगहों पर बिजली तारों पर पेड़ टूटकर गिरे हैं। वहां से पेड़ों को काटकर बिजली तारों से अलग करना चाहिए। अभी कई गांवों में बिजली गुल हो जाने से ग्रामीणों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में आटा चक्की तक नहीं चल पा रही है। रात में जहरीले कीड़े का भय बना रहता है। ग्रामीण क्षेत्रों में दूसरे दिन भी बिजली सप्लाई करने को लेकर अधिकारी पोलों की मरम्मत के साथ बिजली तारों से पेड़ों को काटकर हटाने में लगे रहे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि एक से दो दिन में सभी जगह बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। जो ट्रांसफार्मर जल गए हैं। उनको भी शीघ्र बदला जाएगा। एक पोल से दूसरे पोल के बीच में जो बिजली तार हैं उनको अभी बदला जा रहा है। पोलों और बिजली तारों को मरम्मत के बाद गांवों में बिजली आपूर्ति शुरु हो जाएगी। अधिकारी रविवार बारिश बंद होने के बाद से ही इन कामों में जुट गए हैं। इसके लिए अधिकारियों ने बिजली कर्मचारियों को मौके पर भेज दिया है। जिला स्तर से भी अधिकारी इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं। इससे उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं और बिजली तारों पर पेड़ गिरे हैं। उन जगहों पर बिजली शीघ्र बहाल हो जाएगी।
इनका कहना है
रविवार को तेज हवा और बारिश में जिले में 18 पोल क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि 22 जगहों पर बिजली तारों पर पेड़ टूटकर गिर पड़े हैं। पोलों को सुधार जा रहा है जबकि तारों से पेड़ों को काटकर अलग किया जा रहा है। शीघ्र ही प्रभावित गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
आरसी पटेल, कार्यपालन यंत्री