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एक दूसरे के पाले में डालते रहे गेंद, पत्राचार के बाद भी नहीं हुआ उठाव, खराब होने लगी धान

locationशाहडोलPublished: Jun 16, 2021 12:28:57 pm

Submitted by:

Ramashankar mishra

तीन माह में हो जाना चाहिए था उठाव, पत्र भी लिखे लेकिन अफसरों की नहीं टूटी नींदलालपुर हवाई पट्टी के अस्थायी कैप में बारिश में शहडोल और अनूपपुर की धान, नहीं दिया था ध्यान

एक दूसरे के पाले में डालते रहे गेंद, पत्राचार के बाद भी नहीं हुआ उठाव, खराब होने लगी धान

एक दूसरे के पाले में डालते रहे गेंद, पत्राचार के बाद भी नहीं हुआ उठाव, खराब होने लगी धान

शहडोल. जिला मुख्यालय से सटे लालपुर हवाई पट्टी में अस्थायी कैप बनाकर शहडोल और अनूपपुर की लगभग 8 हजार क्विंटल धान रखी गई है। नियमानुसार इस धान का तीन माह में उठाव हो जाना चाहिए था लेकिन अभी तक यह धान वहीं पर रखी हुई है। इधर विभागीय अमलाउ एक-दूसरे के पाले में गेंद डालता रहा और प्रशासन ने भी इसकी सुध नहीं ली। नतीजन हाल ही में हुई बारिश के बाद कैप में रखी धान खराब होनी शुरू हो गई। जिसके बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया और टीम को मौके पर भेजकर खराब धान की जांच कराई और टीम ने नोटशीट बनाकर जिला प्रशासन को सौंप दिया। विभागीय अमले ने अपनी नोटशीट में कुछ बोरियों की धान खराब होने की बात कही है। ऐसा भी नहीं है कि अधिकारियों के जानकारी में मामला नहीं था। वेयर हाउस द्वारा लगातार पत्राचार किया जा रहा था। अधिकारियों को मालुम भी था कि बारिश में अनाज खराब हो सकता है लेकिन कोई सुध नहीं लिया। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी कमलेश टाण्डेकर ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर टीम बनाकर जांच कराई गई है। जांच में कुछ बोरियां भीगी मिली है। साथ ही कोने की कुछ बोरियों की धान खराब हुई है। जिसे अपग्रेड करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच की जा रही है दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
अभी तक नहीं बनाई कोई व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि लालपुर हवाई पट्टी में अस्थाई तौर पर कैप बनाया गया है। जहां शहडोल और अनूपपुर दोनो ही स्थानो की धान रखी गई है। इस कैप में पक्का निर्माण न कराकर महज ईंट की दो से तीन लेयर बिछाकर उसके ऊपर धान की बोरियों की छल्ली लगाकर तिरपाल से कवर्ड कर दिया गया है। जिसके चलते बरसात में धान में नमी आने की आशंका बढ़ गई है। वहीं नीचे से धान खराब होनी भी शुरु हो गई है। प्रशासन द्वारा जांच के लिए बनाई गई टीम ने भी धान की कुछ बोरियों के खराब होने की पुष्टि की है। इसके बाद भी उक्त धान को सुरक्षित करने के कोई पुख्ता इंतजामात नहीं किए गए। जबकि बारिश का दौर लगातार जारी है। वहीं कैप में रखी धान के उठाव के लिए वेयर हाउस प्रबंधन द्वारा कई बार नान को पत्राचार भी किया गया लेकिन इस पर अभी तक अमल नहीं किया गया।
कलेक्टर को सौंपी रिपोर्ट, कई बोरियां खराब
लालपुर हवाई पट्टी में धान खराब होने की जानकारी होने पर जिला प्रशासन द्वारा टीम बनाकर मौके पर जांच के लिए भेजा गया। जांच टीम ने निरीक्षण कर नोटशीट जिला प्रशासन को सौंप दी है। जिसमें कुछ बोरियों की धान खराब होने का उल्लेख किया गया है। जबकि कई बोरियों की धान दो सप्ताह पूर्व ही अंकुरित हो गई थी। वहीं हाल ही में लगातार हुई बारिश के बाद धान की स्थिति और भी खराब हो गई है। ईंट की लेयर होने की वजह से धान की बोरियों तक पर्याप्त मात्रा में नमी पहुंच रही है। इसके बाद भी जांच टीम धान को पूरी तरह से सुरक्षित होने का दावा कर रही है। अधिकारियों द्वारा बारिश के पहले से बताया जा रहा था कि धान खुले में है लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली।
इनका कहना है
टीम बनाकर जांच के लिए भेजा था। टीम ने नोटशीट दी है जिसमें कुछ ही बोरी धान खराब होना बताया गया है। कैप में जिले की कुछ धान ही रखी है शेष अनूपपुर जिले की है। लगातार जांच कराई जा रही है। किसी तरह की लापरवाही हुई है तो प्रतिवेदन आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर शहडोल।

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