ये घटनाएं आई सामने 1. बालोतरा में पिछले साल पोस्ट ऑफिस के कंप्यूटर से सूचनाएं लीक होने का मामला। 2. पोकरण के पास एक सरकारी कार्मिक को जासूसी के आरोप में पकड़ा। उस पर सोशल मीडिया के जरिए सूचनाएं पाकिस्तान पहुंचाने का आरोप लगा।
3. वर्ष 2016 में जैसलमेर में नंदलाल और इस वर्ष सद्दीक को जासूसी करते हुए पकड़ा गया। आरोप है कि इन दोनों ने भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए जासूसी कर पाकिस्तान को सूचनाएं भेजी।
प्रशासन ने किया सावचेत जिला प्रशासन की ओर से हाल ही में आमजन को सावचेत किया गया है कि अज्ञात कॉलर को सूचना साझा नहीं करें। पुलिस अधीक्षक सुरक्षा जयपुर ने कलक्टर को इसके लिए फैक्स कर बताया कि पाक इंटेलीजेंस आपरेटिव के छद्म नाम से सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सूचनाएं हासिल करने के प्रयास हो रहे हैं। कलक्टर ने भी कार्मिकों केा हिदायत दी है कि अति महत्वपूर्ण और गोपनीय सूचनाएं साझा नहीं करें।
पाकिस्तानी नेटवर्क भी भारतीय सीमा में पश्चिमी सीमा पर एक बड़ी समस्या पाकिस्तानी नेटवर्क को लेकर भी है। यहां पाकिस्तान का नेटवर्क भारतीय सीमा में आ रहा है। इसको लेकर भारत-पाक बोर्डर बैठकों में बीएसएफ ने पाक रेंजर्स को कई बार अवगत करवाया लेकिन पाकिस्तान इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
सांसद ने सदन में उठाया मामला सोशल मीडिया के जरिए गोपनीय सूचनाएं लीक होने का मामला सांसद कर्नल सोनाराम ने लोकसभा में भी उठाया। इस पर सरकार की ओर से उन्हें लिखित जवाब मिला कि सरकार को सोशल मीडिया पर पाक हैंडलरों के साथ कुछ व्यक्तियों की ओर से अवांछित संपर्क बनाए जाने की घटनाआंे की जानकारी है। सरकारी एजेंसियां एेसी घटनाओं की पुनरावृत्ति करने के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
बहुत गंभीर मामला लोकसभा में इस संबंध में प्रश्न भी लगाया है। सोशल मीडिया अनियंत्रित हो रहा है। सामरिक दृष्टि से बाड़मेर व जैसलमेर काफी महत्वपूर्ण है। सीमा क्षेत्रों से पाकिस्तान को सूचनाएं चोरी करके पहुंचाने की जानकारी लगी है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा से भी एेसी शिकायतें आई हैं। इसको रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग गृह मंत्रालय से की गई है।- कर्नल सोनाराम चौधरी, सांसद