Read:छात्रा से दुष्कर्म कर गर्भपात कराने वाले शिक्षक को उम्रकैद थानाप्रभारी महावीर मीणा के अनुसार बड़लियास निवासी रोड़लाल सेन (70) और उसकी पत्नी प्रेम देवी (65) घर में अकेले रहते थे। दोनों शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका पुत्र कैलाश राजकीय सेवा में लिपिक है और भीलवाड़ा में ही परिवार के साथ रहता है। गांव में रहने वाले किसी परिचित ने रोडलाल को शाम को किसी काम से फोन किया। लेकिन फोन नहीं उठाने पर परिचित ने पडोसी को फोन करके रोडू के घर भेजा।
Read:डेंगू से बचाव के लिए सरकार को तत्काल क्या कदम उठाने चाहिए?हमें बताएं… पडोसी घर पहुंचा तो अंदर से मुख्य दरवाजा बंद था। उसने कई बार आवाज दी, लेकिन आवाज नहीं आने पर उसने आसपास के लोगों को बुलाया। पडोसी के मकान से कुछ लोग अंदर घुसे। रसोई में दोनों के शव देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। दम्पती रक्तरंजित हालत में जमीन पर पडे़ थे। माण्डलगढ़ पुलिस उपाधीक्षक राजेन्द्र कुमार नैन, बीगोद प्रभारी मीणा वहां पहुंचे। जिला मुख्यालय से एफएसएल टीम को भी बुला लिया गया। मकान में संदूक के ताले टूट हुए थे। तीन कमरों में सामान बिखरा हुआ था। मृतका प्रेम देवी के कान में पहनी झुमकियां गायब थी। रोडू और प्रेम देवी के सिर, कान, आंख पर चोट के निशान मिले। गले पर भी निशान थे। इससे माना जा रहा है कि हत्या लूट के इरादे से की गई।
मोहल्ला सूना, परिचित पर शक गणपति विसर्जन के कारण मोहल्ले के अधिकांश लोग जुलूस में थे। मोहल्ला सूना था। पुलिस का मानना है कि परिचित ही वारदात को अंजाम दे सकता है। दोनों को अकेला देखकर आसानी से कातिल हत्या करके भाग गया। दम्पती ने कातिल से संघर्ष भी किया। उन पर पहले सिर पर वार किया और बाद में गला दबा दिया। दोनों के शव को रसोई में पटक कर भाग गए। पुलिस वारदात में स्मैची या नशेड़ी का हाथ मान रही है।