कई बार भयावह थे पल
युवाओं की मानें तो कई मर्तबा खतरनाक पलों का भी सामना करना पड़ा। रवि शुक्ला ने बताया कि स्फीती वैली के भ्रमण के दौरान ताबो और काजा के रास्ते में अचानक पहाड़ के पत्थर गिरने शुरू हो गए थे। एक ओर खाई थी और दूसरी ओर सकरा रास्ता। ऊपर से पहाड़ों से कार में लगातार पत्थर गिर रहे थे, पूरे साथी सहम गए थे और कार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी लेकिन फिर भी सकरे रास्ते में चलते रहे और लगभग दो घंटे के बाद सुरक्षित जगह में पहुंचे।
युवाओं की मानें तो कई मर्तबा खतरनाक पलों का भी सामना करना पड़ा। रवि शुक्ला ने बताया कि स्फीती वैली के भ्रमण के दौरान ताबो और काजा के रास्ते में अचानक पहाड़ के पत्थर गिरने शुरू हो गए थे। एक ओर खाई थी और दूसरी ओर सकरा रास्ता। ऊपर से पहाड़ों से कार में लगातार पत्थर गिर रहे थे, पूरे साथी सहम गए थे और कार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी लेकिन फिर भी सकरे रास्ते में चलते रहे और लगभग दो घंटे के बाद सुरक्षित जगह में पहुंचे।