पिछले कई महीनों से नरेन्द्र मरावी भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने पहले से ही कांग्रेस में जाने का मन बना लिया था, लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्होंने अपना इरादा बदल दिया था। इस बीच शुक्रवार को उनके कांग्रेस की सदस्यता लेने की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया। बहरहाल नरेन्द्र ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है और भोपाल में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के हाथों कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।
धरना-प्रदर्शन तक करना पड़ा था
नरेन्द्र मरावी जब से जिला पंचायत अध्यक्ष बने तब से ही भाजपा में उनकी अनबन चल रही है। लंबे अर्से से थे पार्टी से क्षुब्ध थे। अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। उपेक्षा का दंश उस वक्तऔर बढ़ गया जब उन्हें डीपीसी मदन त्रिपाठी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करना पड़ा। इस दौरान उनके आंसू भी छलक आए थे। इसके बाद भी पार्टी ने उनका साथ नहीं दिया।
पहले ही हो चुका था मोहभंग
भाजपा से व्यथित जिला पंचायत अध्यक्ष नरेन्द्र मरावी का पहले से ही पार्टी से मोह भंग हो चुका था और वो कुछ माह पहले ही कांग्रेस में शामिल होने वाले थे। इससे पहले वो ऐसा कोई कदम उठाते इसकी भनक प्रदेश के मुख्यमंत्री को लग गई और उन्होंने नरेन्द्र मरावी को भोपाल बुला लिया। जहां उन्हें पार्टी न छोडऩे के लिए मनाया गया। उन्हें कार्रवाई का आश्वासन भी दिया गया था। इसके बाद क्या हुआ यह किसी से छिपा नहीं हैं।
इनका कहना है
कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुभाष गुप्ता के मुताबिक पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुझसे इस संबंध में चर्चा की गई थी। निश्चत ही जिला पंचायत अध्यक्ष नरेंद्र मरावी के पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी।