शाहडोलPublished: Jul 10, 2020 10:33:42 pm
Ramashankar mishra
कौशल उन्नयन के लिए दिया जा रहा तीन दिन का प्रशिक्षण
बिल्ड अप इंडिया : प्रवासी मजदूरों को केचुआ खाद बनाने किया जा रहा तैयार
शहडोल. कृषि विज्ञान केन्द्र शहडोल द्वारा गरीब कल्याण रोजगार अभियान योजना के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों के कौशल उन्नयन के लिए बुढ़ार विकासखण्ड के ग्राम चन्नौड़ी में केंचुआ उत्पादन तकनीक पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 35 प्रवासी मजदूर को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में केंचुआ खाद का आज के परिवेश में महत्व, केंचुआ खाद की मृदा की भौतिक संरचना सुधारने में महत्व, केंचुओं की विभिन्न प्रजातियों, वर्मीकम्पोस्ट बेड का आकार, बेड भरने की विधि, केंचुआ खाद छानने की विधि इत्यादि की जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मृगेन्द्र सिंह ने कहा कि केंचुआ खाद पोषण पदाथों से भरपूर एक उत्तम जैव उर्वरक होता है जो मिट्टी को समुचित पोषण प्रदान करता है। वैज्ञानिक डॉ. अल्पना शर्मा ने बताया कि केंचुआ कृषकों की मित्र या प्राकृतिक हलवाहा होता है जो जमीन को पोली बनाता है साथ ही मृदा का तापमान बनाये रखने में सहायक होता है साथ ही जलधाराण करने की क्षमता भी बढ़ाता है। इंजीनियर दीपक चौहान केंचुआ खाद और कम्पोस्ट खाद की तुलनात्मक ब्योरा प्रशिक्षणार्थियों को दिया। सीआरपी रूही बेगम और लज्जो बेगम ने प्रशिक्षणार्थियों को ग्रामीण स्तर पर बने केंचुआ खाद गड्ढो में परत दर मिट्टी-कचरा गोबर भरने की विधि से अवगत कराया। कृषि विस्तार अधिकारी डी.के. सिंह ने प्रवासी मजदरों को इस व्यवसाय को अपनाने एवं इससे लाभ कमाने का आगृह किया । कार्यक्रम में गांव के रोजगार सहायक पुष्पेन्द्र सिंह का विशेष योगदान रहा।