शाहडोलPublished: Oct 08, 2023 11:52:05 am
shubham singh
नगर में लगे 20 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे नहीं कर रहे काम
शहडोल. सुरक्षा व्यवस्था व आपराधिक गतिविधियों की निगरानी के लिए शहर को तीसरी आंख यानि हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरा से लैस किया गया है, लेकिन बीते कई महीनों से शहर के प्रमुख लोकेशनों के कैमरा बंद पड़े हैं। जिस कारण सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हंै। जानकारी के अनुसार शहर के प्रमुख चौक चौराहों में हाई क्वालिटी के 181 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसमें 20 से अधिक कैमरे बंद पड़े हंै। शहर में घटनाएं होने के बाद पुलिस को बदमाशों को ट्रैस करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बड़ी घटनाओं में भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं मिल रहे हैं। इसके अलावा नंबर ट्रैस करने वाले महत्वपूर्ण सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं।
इंजीनियर के अभाव में सुधार नहीं
जानकारों की माने तो शहर में सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव व सुधार कार्य का जिम्मा ठेका कंपनी को दिया गया है। कैमरा बंद होने की स्थिति में पुलिस विभाग कंपनी को अवगत कराता है। शहर के 20 से अधिक लोकेशनों के कैमरा काफी दिनों से बंद होने के बाद भी विभाग इसे गंभीरता से नहीं ले रहा। समय रहते अगर बंद कैमरों का सुधार नहीं कराया गया तो शहर में बड़ी वारदात होने के बाद पुलिस को पछताना पड़ सकता है।
सीमाओं पर भी नहीं ट्रैस हो पाते हैं वाहनों के नंबर
शहर की सीमा सहित जिले की सीमाओं पर भी कैमरे लगाए गए हैं। सीमाओं और महत्वपूर्ण स्थानों पर कुछ ऐसे कैमरे भी लगाए गए हैं, जिनके द्वारा नंबर टै्रस किया जाना था लेकिन ये खराब है। इस स्थिति में वाहन चोरी और अन्य वारदातों में पुलिस को वाहन का नंबर ही नहीं मिल पाता है। ये स्थिति शहर के कैमरों की भी है। अधिकांश का कैप्चरिंग पावर भी कमजोर है। रेडियो डीएसपी का कहना है कि शहर के 181 प्रमुख लोकेशनों में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरा लगे हुए हैं। इन दिनों 17-20 कैमरा बंद हैं। जिनके सुधार कार्य के लिए कंपनी को अवगत कराया गया है। जल्द ही इंजीनियर की टीम सुधार कार्य कराएगी। अधिकारियों को भी जानकारी दी है।
200 फुटेज खंगाले, नहीं मिला सुराग
बीते महीनेे कल्याणपुर में हुए डकैती मामले में पुलिस ने 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले हंै। इसमें अधिकांश प्राइवेट संस्थानों के कैमरों के फुटेज लिए गए है, लेकिन पुलिस को अभी तक सुराग नहीं मिल सका। इसके अलावा शहर में बाइक चोरी, चेन स्नेचिंग जैसे मामले में पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों तक पहुंचती है, लेकिन प्रमुख लोकेशनों के कैमरा बंद होने पर ट्रैस करना मुश्किल होता है। बीते कई महीनों से बंद सीसीटीवी कैमरों को सुधार के लिए पुलिस विभाग कोई प्रयास नहीं कर रहा है।
इन घटनाओं के बाद पुलिस को हुई थी परेशानी
शहर में घटना होने के बाद पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे लोकेशन के सीसीटीवी कैमरा से बदमाशोंं को ट्रैस करती है। बीते कुछ महीने पहले शहर के हृदय स्थल गांधी चौक में एक व्यापारी के दुकान की छप्पर काट कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके साथ ही गांधी चौक के समीप आयुष अस्पताल व इंदिरा चौक स्थित कई दुकानों के ताले टूटे थे। दिन दहाड़े ज्वेलर्स की दुकान से महिला गैंग जेवर चोरी कर आसानी से शहर से पार हो गई थी। वहीं सब्जी मंडी व गायत्री मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस बदमाशों को तलाशने के लिए घटना स्थल के आसपास लगे प्राइवेट प्रतिष्ठानों के कैमरे से फुटेज तलाश रही थी। जबकि गांधी चौक, इंदिरा चौक, जयस्तंभ चौक के साथ अन्य प्रमुख स्थानों में लगे सीसीटीवी में बदमाश ट्रैस नहीं हो सके थे। वहीं बीते महीने कल्याणपुर में हुए डकैती कांड में अभी तक आरोपी पुलिस पकड़ से दूर हैं।