शाहडोलPublished: Oct 19, 2020 12:41:42 pm
Ramashankar mishra
23 करोड़ की मुख्यमंत्री शहरी नल-जल योजना में अनियमितता, पूर्व में बैठाई थी जांचआए दिन लीकेज हो रहे वाल्ब और फट रही पाइप गुणवत्ताहीन कार्य की शिकायत के बाद बैठाई थी जांच अधिकारियों का तबादला होते ही फाइलों में दबा दी जांच, नहीं हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री शहरी नल-जल योजना : तकनीकी टीम की गड़बड़ी, खामियाजा भुगत रहे शहर के लोग, हर दिन लीकेज की समस्या
शहडोल. नगर पालिका में बैठे तकनीकी अमले की गल्तियों व मनमानी का खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। पूर्व में नगर मे बनाई गई दो मॉडल सड़को में बरती गई तकनीकी खामियों की वजह से नगर वासियों को बरसात में मुश्किलों के दौर से गुजरना पड़ता है। वहीं अब मुख्यमंत्री शहरी नलजल योजना के भी कुछ ऐसे ही हाल है। पानी टंकी निर्माण से लेकर पाईप लाईन बिछाने तक ठेकेदार द्वारा की गई मनमर्जी में संबंधित इंजीनियर ने पूरी सहभागिता निभाई और अब चुप्पी साधे बैठे हुए है। मापदण्ड से परे हटकर बिछाई गई पाईप लाईन व कराए गए निर्माण कार्य की वजह से नगर के कई क्षेत्रो में आए दिन पाईप लाईन फूट रही है। वहीं कई क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां पाईप लाईन तो बिछ गई है लेकिन वहां के रहवासियों को पानी नहीं मिल पा रहा है।
सात वर्ष पहले स्वीकृत हुई थी योजना
मुख्यमंत्री शहरी नल-जल योजना लगभग 7 वर्ष पूर्व 2012-13 में स्वीकृत हुई थी। जिसका निर्माण लगभग 23 करोड़ की लागत से किया जाना था। जिसमें पांच पानी टंकियों का निर्माण, सरफा में इंटेकवेल, एचटीलाईन, पाईप लाईन बिछाने का कार्य किया जाना था। जानकारों की माने तो उक्त योजना के लिए स्वीकृ़त राशि में वर्ष 2019-20 में लगभग 1 करोड़ की राशि वृद्धि भी की गई थी। अनियमितता मामले में अभी तक कार्रवाई अटकी है।
शिकायत पर हुई थी जांच
मुख्यमंत्री शहरी नल-जल योजना के निर्माण में बरती गई लापरवाही व कराए गए गुणवत्ताहीन कार्य को लेकर पार्षद सुफियान खान द्वारा डेढ़ वर्ष पूर्व 27 जून 2019 को जिला प्रशासन से शिकायत कर जांच की मांग की थी। जिस पर तत्कालीन कलेक्टर द्वारा जांच टीम गठित कर मामले की जांच के निर्देश दिए गए थे। इस बीच जांच टीम में शामिल अधिकारी के साथ ही कलेक्टर का तबादला हो गया। जिनके तबादले के साथ ही करोड़ो के निर्माण कार्य में बरती गई अनियमितता का यह मामला फाइलों में दबकर रह गया है।
जल सप्लाई जारी, घर तक नहीं पहुंच पा रहा पानी
बताया जा रहा है कि 23 करोड की यह मुख्यमंत्री शहरी नल-जल योजना पूर्ण हो चुकी है और इससे जलापूर्ति भी चालू कर दी गई है। जबकि ठेकेदार द्वारा इसे हैण्डओवर भी नहीं किया गया। दु:खद पहलू यह है कि करोड़ो रुपए खर्च करने के बाद भी नगर वासियों के घरों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जिसकी वजह आए दिन पाइप लाइन फूटने व लीकेज होना माना जा रहा है।
इनका कहना है
मुख्यमंत्री शहरी नल-जल योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी इंजीनियर ही दे सकते हैं उनसे बात कर लें।
अमित तिवारी, सीएमओ नगर पालिका शहडोल
………………….
मुख्यमंत्री शहरी नल जल योजना की स्वीकृति वर्ष 2012-13 में मिली थी जिसका कार्य पूरा हो गया है, जलापूर्ति चालू है।
बृजेन्द्र वर्मा, एई,नगरपालिका शहडोल।