जब सरपंच के घर पुहंच गए चाय पीने
चुनावी साल में मुख्यमंत्री वोटर्स को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं, पहले देर रात ङ्क्षडडोरी के चांडा गांव में रात बिताई, और फिर उसके बाद सुबह उठते ही गांव की गलियों में निकल पड़े, और वहां के लोगों का हाल जानने पहुंच गए। गांव की सरपंच के घर जाकर सुबह-सुबह चाय पी, पिछले दौरे के दौरान भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहारन ग्रामीण महिला कोयली बाई के घर गए थे, और इस दौरे के दौरान भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उसके घर जाकर उनका हाल जाना था, शिवराज सिंह चौहान के साथ सांसद फग्गन सिंह और कैबिनट मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे भी मौजूद रहे।
रात्रि में मुख्यमंत्री यहां चौपाल लगाकर आदिवासी समाज के उत्थान के लिए योजना बनाने में मददगार सुझाव लिए, जिसमें प्रदेश के कई हिस्सों के आदिवासी प्रतिनिधि और संगठनों के लोग भी शामिल हुए, इतना ही नहीं बैगाचक में सांस्कृतिक केंन्द्र सहित नल जल योजना की सौगात भी मुख्यमंत्री ने दी।
बैगाओं के व्यंजन को चखा
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां के बैगा जनजाति के कई तरह के स्पेशल व्यंजनों का भी आनंद लिया।
जब मांदर की थाप में थिरकने लगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डिंडोरी जिले के चांडा गांव में वहां के लोक नर्तकों के साथ मांदर बजाया, और वहां की लोकधुनों में खुद थिरके भी।
मुख्यमंत्री ने की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने इस विशेष कार्यक्रम के दौरान सात करोड़ से अधिक की लागत से चांडा में बैगा सास्कृतिक केंन्द्र की घोषणा की, इसके साथ ही उन्होंने यहां के स्कूलों में स्थानीय भाषा में स्कूलों पढ़ाई की बात कहते हुए, बैगा शिक्षकों की भर्ती की भी बात कही, इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ फग्गन सिंह कुलस्ते, संपतिया उइके, और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे भी मौजूद रहे।
चौपाल लगाकर की चर्चा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैगा जनजाति बहुल बैगाचक के चांडा में आदिवासी विमर्श कार्यक्रम में इस विशेष जनजाति से सीधा संवाद भी किया, और चौपाल लगाकर लोगों के साथ इस बात पर चर्चा भी की, कि कैसे विकास की मुख्यधारा से विशेष पिछड़ी जनजाति सहित अन्य जनजातियों को जोड़ा जाए, इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने इस विशेष कार्यक्रम से पहले संबोधन में बैगा जनजाति को पढ़ाई के साथ ही कुपोषण से निपटने के लिए दी जाने वाली सहायता पर भी चर्चा की।
चांडा में स्वास्थ्य केन्द्र के लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने यहां आदिवासी विमर्श कार्यक्रम में पहुंचे जहां पर आदिवासी प्रतिनिधियों, विभिन्न संगठनों के प्रमुखों से चर्चा की और किस तरह जनजातीय समाज में उत्थान लाया जाये उसके संबंध में चर्चा की उन्होंने शराबबंदी के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर प्रस्ताव पारित करने, आरटीई में संशोधन सहित अन्य प्रमुख सुझावों पर संजीदगी से अमल करने का भरोसा दिया।
विमर्श कार्यक्रम के दौरान वनाधिकार पट्टे में परेशानी को दूर करने के संबंध में चर्चा की गई इसके साथ ही आर्थिक उन्नति के लिये कार्यक्रमों की भी चर्चा की गई जिस पर आगामी समय में योजनाओं के माध्यम से बैगा जनजाति को लाभान्वित करने की बात उन्होंने कही, राजस्व और वन भूमि के सीमांकन संबंधी विवाद भी इस दौरान सामने आये। मतदाता सूची में सुधार के लिये मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग इस पर काम करे इसकी समर्थक उनकी पार्टी भी है।