लगातार मिल रहे मरीज
जिले में 8 मार्च से लेकर 12 मार्च तक में कोरोना के दस मरीज मिले हैं। हांलाकि अच्छी बात यह रही कि इस दौरान दो दिन कोरोना के मरीज नहीं मिले। सबसे ज्यादा 9 मार्च को कोरोना के 4 मरीज मिले हैं। इसके बाद 8 मार्च को कोरोना के तीन मरीज तथा 11 मार्च को कोरोना के तीन मरीज मिले हैं। एक बार फिर से कोरोना मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया है। हालांकि अभी जिला प्रशासन मास्क और सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने को लेकर सख्ती नहीं बरत रहा है लेकिन अगर कोरोना की रफ्तार और तेज हुई तो जिला प्रशासन को सख्ती बरतना पड़ेगा। इसके पहले छह मार्च को 2 मरीज और सात मार्च को एक मरीज मिल चुका है।
11 मरीज भर्ती, तीन डॉक्टरों और फिजिशियन की ड्यूटी
मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में 11 मरीज भर्ती हैं। इसमें अधिकांश मरीज हाइरिस्क हैं। जिन्हे पहले से दूसरी बीमारियों ने घेर रखा है और इलाज चल रहा है। प्रबंधन अभी तीन डॉक्टरों के साथ एक फिजिशियन की ड्यूटी लगाकर रखा है।
मेडिकल कॉलेज में बढ़ सकती हैं व्यवस्थाएं
– कोरोना मरीज बढऩे पर कॉलेज में व्यवस्थाओं में फिर इजाफा किया जा सकता है।
– वर्तमान में मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं हाइरिस्क 11 मरीज
– मरीजों की देखभाल के लिए तीन डॉक्टर तथा एक फिजिशियन तैनात
– आईसीयू 30 बेड और एचडीयू 30 बेड का पहले से तैयार।
– कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए नर्सिग स्टाफ 36 तथा वार्ड ब्वॉय 27 पदस्थ ।
– मरीजों के बढऩे पर यह होगी स्थिति
– आईसीयू 50 बेड तथा एचडीयू 50 बेड का कर दिया जाएगा।
– मरीजों की देखभाल के लिए डॉक्टरों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।
-संसाधन की संख्या भी बढ़ा दी जाएगी।
कोरेाना मरीज बढ़ते हैं तो मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को बढ़ा दिया जाएगा। आईसीयू फिर से 50 बेड तथा एचडीयू 50 बेड का कर दिया जाएगा।
डॉ नागेन्द्र सिंह, नोडल अधिकारी मेडिकल कॉलेज