– किराना सामान और सब्जी।
– मोबाइल और टीवी रिचार्ज।
– घर पर पहुंचकर मेडिकल चेकअप की सुविधा।
– टेलीमेडिसिन – डॉक्टरों से फोन पर परामर्श।
– दवाइयां और अन्य बुनियादी कार्य।
एसपी सचिन शर्मा (Sp Sachin Sharma) के अनुसार, सिगुड़ी गांव गया हुआ था। यहां एक बुजुर्ग लॉकडाउन में दवा के लिए परेशान थे। घर परिवार में कोई और सहयोगी न होने पर पोते के साथ जा रहे थे। बुजुर्ग की व्यथा के बाद हमने निर्णय लिया है। लॉकडाउन में अकेले रहने वाले बुजुर्ग और दंपती को कई दिक्कतें हो सकती हैं। पुलिस ने मिशन संकल्प शुरू किया है। इसमें जिले के 400 पुलिसकर्मी शामिल हैं। दो डॉक्टरों को भी शामिल किया है। एक फोन पर पुलिस बुजुर्गों के दहलीज तक मदद पहुंचाएगी।