scriptबांधवगढ़ और संजय टाइगर का कॉरीडोर, बाघों का रहता है मूवमेंट, मवेशी चराने गए ग्रामीण की जानवर के हमले से मौत | Corridor of Bandhavgarh and Sanjay Tiger, there is movement of tigers, | Patrika News

बांधवगढ़ और संजय टाइगर का कॉरीडोर, बाघों का रहता है मूवमेंट, मवेशी चराने गए ग्रामीण की जानवर के हमले से मौत

locationशाहडोलPublished: Dec 01, 2021 12:31:26 pm

Submitted by:

Ramashankar mishra

घटनास्थल पर मिले बाघ के पगमार्क, जांच में जुटी वन विभाग की टीमगोहपारू वन परिक्षेत्र के रोहनिया के समीप की घटनाग्रामीणों में आक्रोश बढ़ते ही तत्काल दी सहायता राशि

बांधवगढ़ और संजय टाइगर का कॉरीडोर, बाघों का रहता है मूवमेंट, मवेशी चराने गए ग्रामीण की जानवर के हमले से मौत

बांधवगढ़ और संजय टाइगर का कॉरीडोर, बाघों का रहता है मूवमेंट, मवेशी चराने गए ग्रामीण की जानवर के हमले से मौत

शहडोल. जिले के गोहपारू वन परिक्षेत्र अंतर्गत मवेशी चराने गए युवक की जंगली जानवर के हमले से मौत हो गई। देर शाम जब मवेशी घर पहुंच गए और युवक नहीं पहुंचा तो परिजनो को चिंता सताने लगी। परिजनो द्वारा इसकी जानकारी वन विभाग को दी। युवक के जंगल से घर न पहुंचने की सूचना मिलते ही वन अमला सक्रिय हो गया और उसकी तलाश में जुट गया। इस दौरान रोहनिया से कुछ दूर जंगल में युवक का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। युवक के शव के आस-पास बाघ के पगमार्क भी मिले है। जिसके बाद यह आशंका जताई जा रही है किबाघ के हमले में युवक की मौत हुई है। जानकारी के अनुसार रोहनिया निवासी सुनील यादव पिता लल्लू यादव 23 वर्ष सोमवार को मवेशी चराने जंगल गया हुआ था। देर शाम उसके मवेशी घर पहुंच गए लेकिन वह नहीं पहुंचा। जिसके बाद परिजनो ने उसकी तलाश की और इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना पर वन विभाग की टीम देर रात तक युवक की तलाश की। इस दौरान जंगल के बीच में युवक का क्षत-विक्षत शव मिला। बताया जा रहा है कि घटना स्थल पर बाघ के पगमार्क मिले हैं। जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बाघ के हमले से युवक की मौत हुई है।
परिजनों को 4 लाख रुपए की मदद
उक्त घटना के बाद मृतक के परिजनों और स्थानीय जनो में आक्रोश पनप रहा था। ग्रामीणों ने घटना को लेकर विरोध जताना प्रारंभ कर दिया था। जिसे गंभीरता से लेते हुए वन विभाग द्वारा आनन-फानन में मृतक के परिजनो को 4 लाख रुपए के साथ ही 5 हजार रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की गई।
बांधवगढ़ और संजय टाइगर रिजर्व का कॉरीडोर
बताया जा रहा है कि गोहपारू परिक्षेत्र का यह एरिया बांधवगढ़ नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व के बीच बने कॉरीडोर में आता है। जिसके चलते क्षेत्र में बाघों का लगातार मूवमेंट बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनो से क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। पूर्व में भी कई बार बाघ की मौजूदगी के साक्ष्य क्षेत्र में मिले हैं। उक्त घटना के बाद वन विभाग सजग हो गया है और बाघ के संबंध में आवश्यक जानकारियां जुटाने में लगा हुआ है।
ग्रामीणों को दी समझाइश, घर से अकेले न निकलें
रोहनिया निवासी युवक की जंगली जीव के हमले में हुई मौत के बाद ग्रामीणों में भय व्याप्त है। बताया जा रहा है कि अभी भी क्षेत्र में बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। जिसे लेकर वन विभाग ने ग्रामीणों को समझाइश दी है कि अकेले घर से बाहर न निकले। शाम के बाद जंगल की तरफ न जाए। वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को समझाइश दी गई है कि ग्रामीण सतर्कता बरतें जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इनका कहना है
घटना स्थल पर बाघ के पगमार्क मिले हैं। बांधवगढ़ और संजय टाइगर रिजर्व का कॉरीडोर होने की वजह से बाघ का मूवमेंट हमेशा रहा है। लोगों को समझाइश दी गई है कि अकेले जंगल की ओर न जाए और सावधानी बरतें। मृतक के परिजनो को सहायता राशि मुहैया कराई गई है।
गौरव चौधरी, डीएफओ शहडोल।

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