शाहडोल

आईएएस की रिपोर्ट में भ्रष्टाचार उधर कमेटी ने क्लीनचिट, अफसरों ने कहा किसे माने सही

एलईडी घोटाला : दो जांच रिपोर्ट, एक में भ्रष्टाचार तो दूसरे में क्लीनचिट, अब दोबारा मांगी रिपोर्ट- आइएएस जागीड़ की रिपोर्ट ने उजागर किया था ४५ लाख की खरीदी में हेरफेर- मामला धनपुरी नगरपालिका में हाइमास्ट लाइट और एलईडी खरीदी का

शाहडोलDec 31, 2018 / 12:20 pm

shubham singh

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शहडोल। नगरपालिका परिषद धनपुरी में हाइमास्ट लाइट एलइडी की खरीदी के हेरफेर मामले में नया मोड़ सामने आया है। कई महीनों पूर्व जहां आइएएस लोकेश जागीड़ द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में वित्तीय अनियमितता सामने आई थी वहीं अब दूसरी जांच टीम ने जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को क्लीनचिट दे दी है। विभाग के बड़े आला अधिकारी भी आसमंजस की स्थिति में है कि किस जांच रिपोर्ट को सही माना जाए। कमिश्नर कार्यालय से उपायुक्त ने कलेक्टर को पत्र लिखा है। जिसमें दोबारा जांच कराते हुए एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट कमिश्नर कार्यालय भेजने के लिए कहा है। कमिश्नर कार्यालय द्वारा भेजे गए पत्र में स्पष्ठ कहा है कि पूर्व में लेख किया गया था कि नगरपालिका परिषद धनपुरी द्वारा हाइमास्ट एलईडी लाइट खरीदी के संबंध में की गई शिकायत पर तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर और संयुक्त संचालक, नगरीय प्रशासन एवं विकास रीवा के प्रतिवेदन में भिन्नता पाई गई थी। गौरतलब है कि धनपुरी नगरपालिका में हाइमास्ट लाइट की खरीदी की गई थी। जिसमें काफी वित्तीय अनियमितता की गई थी। मामले की शिकायत नगरपालिका पूर्व अध्यक्ष धनपुरी हंसराज तनवर ने की थी। जिसके बाद अधिकारियों ने जांच बैठाई थी। जांच में भी वित्तीय अनियमितता सामने आई थी। शिकायत पर कार्रवाई न होने पर अब हंसराज तनवर ने सीएम से लेकर कई बड़े अधिकारियों तक मामले की शिकायत की बात कही है।
एसडीएम स्तर से ही लेटलतीफी और लापरवाही
मामले में कई अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है। पत्र में कहा है कि जांच प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर स्तर से ही अत्यंत विलंब से भेजा गया है। पत्र में कलेक्टर को कहा है कि अपने स्तर से इस मामले की पूरी जानकारी लेकर प्रतिवेदन दोबारा भेजें। मामले में कई दिन बीतने के बाद भी न तो अधिकारियों पर कोई प्रभावी कार्रवाई की गई है और न ही कोई निष्कर्ष तक अधिकारी पहुंचे हैं।
बॉक्सइएएस की जांच : 45लाख का घोटाला
आइएएस व तत्कालीन एसडीएम लोकेश कुमार जागीड़ ने अप्रैल 2018 में जांच रिपोर्ट दी थी। जिसमें 101 प्रतिशत अधिक दर पर खरीदी की बात कही थी। मामले में 45 लाख का घोटाला उजागर किया था। आईएएस लोकेश ने जांच में कहा था कि सीएमओ रविकरण त्रिपाठी के खिलाफ विभागीय जांच करते हुए कार्रवाई और तत्कालीन नपा अध्यक्ष रविंदर कौर छाबड़ा के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की बात कही थी।
कमेटी की रिपोर्ट : नहीं की वित्तीय अनियमितता
पूर्व कलेक्टर ने कमेटी के माध्यम से जांच कराई थी। इसमें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोहागपुर अध्यक्ष थे और कार्यपालन यंत्री नगरीय प्रशासन, जिला कोषालय अधिकारी और लोक निर्माण एसडीओ सदस्य थे। इस जांच रिपोर्ट को एसडीएम सोहागपुर स्तर से ही कमिश्नर के पास भेज दिया गया था। जिसमें कहा था कि हाइमास्ट लाइट की स्थापना का काम टेंडर में नियमानुसार किया है। वित्तीय अनियमितता नहीं की गई है।

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