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डिब्बों को काटकर कर्मचारी को बाहर निकाला, बताया – हादसे में यात्रियों को कैसे बचाएंगे

locationशाहडोलPublished: Feb 27, 2021 11:33:52 am

Submitted by:

amaresh singh

ट्रेन में आग लगने की घटना का भी किया डेमो, आग पार कर कर्मचारियों ने किया रेस्क्यू

Cut out the coaches and take the employee out

डिब्बों को काटकर कर्मचारी को बाहर निकाला, बताया – हादसे में यात्रियों को कैसे बचाएंगे

शहडोल. अपर मंडल रेल प्रबंधक बिलासपुर श्याम सुंदर ने शुक्रवार को आकस्मिक डिपाटमेंटल का निरीक्षण किया। इस दौरान कर्मचारियों ने यह प्रदर्शित करते हुए दिखाया कि अगर कोई ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है और यात्री उसमें अंदर फंस जाते हैं तो किस प्रकार कर्मचारी डिब्बों को काटकर यात्रियों को बाहर निकालेंगे। रेलवे के कर्मचारियों ने रेलवे ट्रैक पर टिन को तत्काल काटा और उसमें से कर्मचारी को तत्काल बाहर निकाला। आकस्मिक विभाग को बताया कि ट्रेन हादसे के वक्त कैसे निपटना है। इसके साथ ही किन-किन सावधानियों का ध्यान रखना है। अपर मंडल रेल प्रबंधक ने अधिकारियों ने बातचीत कर कमियों के बारे में भी जानकारी ली। हालांकि अधिकांश व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गई।

लाइन पर लगाई आग, अग्निशमन यंत्र ने बुझाई आग
अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान रेलवे ट्रैक पर आग लगाई गई। इसके बाद कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्र से आग को तत्काल बुझाया। इस दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक ने कर्मचारियों से पूछा कि यह अग्निशमन यंत्र कितनी देर तक आग को बुझा सकती है। इसके बाद उन्होंने अग्निशमन यंत्र के बारे में जानकारी ली। इस दौरान रेलवे के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।

रिलीफ ट्रेन में चढ़कर देखे क्या हैं व्यवस्थाएं
इस दौरान रेलवे ट्रैक पर खड़ी रिलीफ ट्रेन का भी उन्होंने निरीक्षण किया। यह ट्रेन किसी ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर यात्रियों के आपातकालीन सामग्री को लेकर जाती है। उन्होंने ट्रेन में चढ़कर देखा कि उसमें कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध है। उनके साथ अधिकारियों ने भी ट्रेन का निरीक्षण किया।

गार्डों ने कहा- 10 डेटोनेटर बैग में कैसे रख सकते हैं?
इस दौरान गार्डो ने अपर रेल मंडल प्रबंधक को लाईन बॉक्स की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। दिए ज्ञापन में मांग करते हुए बताया कि कुछ माहों से शहडोल के गार्डो के प्रति प्रशासन द्वारा अपनाए जा रहे अनीतिपूर्ण व्यवहार से सभी गार्ड दुखी है। जिसका नकारात्मक प्रभाव स्वास्थ्य एवं कार्य पर हो रहा है। बिलासपुर मंडल के सभी मुख्यालयों में गार्डो की पेटी लाईन बॉक्स का गार्ड ब्रेकयान में लदान एवं उतरावन हो रहा है। लेकिन शहडोल मुख्यालय में 23 दिसंबर से एक आदेश के तहत यह कार्य बंद कर दिया गया है। काम के दौरान पेटी गार्डो के लिए जीवनरेखा से कम नहीं है। इसमें उपलब्ध संरक्षा उपकरण एवं अन्य सामग्री तथा जीआई तार, एमयू वासर अन्य सामग्रिया टे्रनों के सुरक्षित परिचालन के दौरान आए समस्याओं के निवारण में काफी सहयोगी होता है। इसके अलावा विपरित मौसम में अपनी सुरक्षा के लिए विभिन्न सामग्री इसमें रखते हैं जो कि कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। एक डेटोनेटर अगर फटता है तो 45 मीटर का रेडियस असुरक्षित माना गया है। ऐसी स्थिति में हम 10 डेटोनेटर अपने बैग में कैसे कैरी कर सकते हैं। इससे हम लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस परिस्थिति में संरक्षा उपकरणों का अतिरिक्त बोझ बैग में ढो पाना हम लोगों के लिए संभव नहीं हैं।


कर्मचारियों ने समस्याओं को दूर करने की मांग की
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर संघ के कर्मचारियों ने अपर मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन देकर समस्याओं को दूर करने की मांग की है। ज्ञापन में मांग करते हुए बताया कि ट्रैकमैन के लिए नई टूल पेटी शेड, साईकिल स्टैंड और रेस्ट रूम का निर्माण कराया जाए। मजदूर संघ द्वारा कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुका है। लोको रनिंग के कर्मचारियों को पीएमसी में नियमविरूद्ध चार्जशीट न दी जाए एवं आरएमसी को अस्वीकृत न किया जाए। शहडोल में कार्यरत सहायक लोको पायलट के बिलिंग कलर्क के कार्य के प्रति उदासीनता के कारण सभी कर्मचारियों को अत्यंत परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है जबकि इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को कई बार सूचित किया जा चुका है। कर्मचारियों को एचआरएमएस सही तरीके से कार्य नहीं करने के कारण पास मिलने में बहुत असुविधा हो रही है। रनिंग कर्मचारियों को लॉग आवर्स कार्य करने के लिए दबाव डाला जाता है। संरक्षा एवं सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कर्मचारियों द्वारा लॉग आवर्स कार्य करने पर मना करने पर बुक आफ एवं चार्जशीट देकर प्रताडि़त किया जाता है। रेलवे कॉलोनी में साफ-सफाई अच्छी तरह से नहीं हो रही है। कचरा ले जाने के लिए जो ट्रैक्टर अनुबंधित हैं। वह रोजाना रेलवे कॉलोनी में नहीं चलता है। रेलवे कॉलोनी का पानी स्वच्छ करने का फिल्टर टूट गया है। जिससे कर्मचारियो ंको गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ट्रैकमैन को समयमें ब्लॉक नहीं मिलने के कारण लंच टाइम में भी कार्य करवाया जाता है। जिसके लिए उन्हें पारिश्रमिक नहीं दिया जाता है। लोको पायलट एवं गार्ड के लाइन बॉक्स ले जाने की व्यवस्था पुन: प्रारंभ किया जाए। रेलवे हास्पिटल एवं अमृता हास्पिटल का अनुबंध समाप्त हो गया है, उसे शीघ्र आरंभ कराया जाए। रेलवे हास्पिटल में महिला डॉक्टर की नियुक्ति किया जाए तथा हास्पिटल में सीबीसी एवं बायो केमेस्ट्री मशीन उपलब्ध करवाया जाए। मेंटेनेंस स्टाफ से पेटी उठवाने का कार्य शीघ्र समाप्त कर उसका टेंडर निकला जाए।

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