तीन लाख में हुआ 35 हजार की डाटा फीडिंग
शाहडोलPublished: Aug 17, 2019 09:06:12 pm
अब तक 20 फीसदी नहीं हुआ डाटा फीडिंग का कार्य
Data feeding of 35 thousand in three lakhs
शहडोल. एसटीएससी के लोगों का जीवनयापन सुधारने और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सरकार द्वारा दो साल पहले एमपी टास पोर्टल विकसित करते हुए उसमें हरिजन और आदिवासियों की डाटा फीडिंग का कार्य किया जाना था, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण अब तक लगभग 35 हजार परिवारों के डाटा फीडिंग का कार्य किया गया है। बताया गया है कि लगभग ३ लाख हरिजन आदिवासियों के बच्चों का डाटा फीडिंग का कार्य किया जाना था, लेकिन ट्राइवल विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते उक्त कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। बताया गया है कि इस वर्ग की समस्त जानकारी और प्रोफाइल फीड़ करनी थी। बताया गया है कि इस कार्य में ट्राइवल विभाग के जवाबदार अधिकारियों ने हीला हवाली की है, जिससे एसटीएससी के परिवारों को सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
यह है योजना का उदेश्य-
जानकारी में बताया गया है कि एसटीएससी परिवार की समस्त जानकारी एमपी टास पोर्टल के माध्यम से फीडकर एक क्लिक में समस्त परिवार की जानकारी अपलोड़कर सरकारी योजनाओ का लाभ आदिवासी परिवारों को दिया जाना था, लेकिन डाटा फीडिंग नहीं होने से इस योजना का लाभ मिलता अभी नहीं दिखाई दे रहा है। बताया गया है कि इसके माध्यम से आदिवासी और हरिजन छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र सहित अन्य मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाना था।
स्कूलों और छात्रावासों में प्रवेश के लिए रजिस्टेश अनिवार्य-
बताया गया है कि जिले की संचालित स्कूलों और शैक्षणिक संस्थाओं सहित छात्रावासों में प्रवेश के लिए यह योजना लागू की गई है। इसलिए पोर्टल में रजिस्टे्रेशन अनिवार्य किया गया है। बताया गया है कि प्रवेश तभी मिल सकेगा जब छात्र का एमपी टास पोर्टल में रजिस्टे्रेशन होगा। बताया गया है कि जानकारी के अभाव के कारण कई बच्चों को प्रवेश नहीं मिल पा रहा है।
कराया जा रहा डाटा फीडिंग का कार्य
एसटीएमसी छात्रों की समस्त जानकारी एमपी टास पोर्टल पर फीड़ कराई जा रही है, इसके लिए समस्त विभागीय अधिकारियों और स्कूल के संस्था प्रमुखों को निदे्रशदिए गए हैं। जल्द ही उक्त कार्य पूरा कराया जाएगा।
आरके श्रोती
एसी
ट्राइवल